DGP अशोक कुमार ने की कावड़ यात्रा को लेकर कई बैठक कावड़ यात्रियों को रखने होंगे यह अहम दस्तावेज अपने पास

आगामी कांवड़ मेले को लेकर पुलिस प्रशासन ने अपनी

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तैयारियां तेज कर दी है। 3 जुलाई से 17 जुलाई तक कांवड़ मेले का आयोजन होने वाला है। इस दौरान चार धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों से हरिद्वार और ऋषिकेश की जगह पर अन्य रूटों से आने की भी अपील की जा रही है। सकुशल कावड़ यात्रा संपन्न कराने के लिए केंद्र से 12 कंपनी पैरामिलिट्री की मांग की गई है कांवड़ मेले की तैयारियों की समीक्षा बैठक देहरादून पुलिस मुख्यालय में उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अंतर्राजीय बैठक में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर, हिमाचल, दिल्ली और राजस्थान के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में आईबी, आरपीएफ, सीआरपीएफ के अधिकारी भी मौजूद थे। कांवड़ यात्रा के रूट को लेकर और कब से डायवर्जन लागू करना है इस पर चर्चा हुई। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कुल मिलाकर कावड़ यात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित करने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों से अनुरोध किया गया है कि वह सीसीटीवी की संख्या बढ़ाएं। चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी की नजर रहेगी। यूपी ने भी अपनी सीसीटीवी की संख्या को बढ़ाए हैं। हर आदमी सीसीटीवी की नजर में रहेंगे। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि किसी भी तरह के हुड़दंग को स्वीकार नहीं किया जाएगा। कांवड़ यात्रा में डीजे को प्रतिबंधित नहीं किया गया है लेकिन डीजे नियंत्रित रहेगा। इसके अलावा कांवड़ की जो हाइट है वह 12 फुट से ज्यादा नहीं रहेगी। पिछली बार तीन करोड़ 80 लाख लोग आए थे। इस बार तीन से चार करोड़ लोगों के आने की संभावना है। साथ ही सभी कावड़ यात्रियों को अपने पास आईकार्ड रखना भी अनिवार्य किया गया है