उत्तराखंड से बड़ी खबर:66 करोड़ की लागत से बन रहा राज्य का पहला सिग्नेचर पुल धराशाही, पहले भी गिरा था पुल: देखें वीडियो

रुद्रप्रयाग में हादसा , ऋषिकेश- बद्रीनाथ NH के नरकोटा में निर्माणाधीन पुल गिरा, आर्च बृज का एक हिस्सा धराशाही हुआ।

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रामरतन सिंह पंवार: जखोली 

 

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा में निर्माणाधीन सिग्नेचर ब्रिज का एक तरफ का ढांचा ढह गया। गनीमत रही कि यहां लोग काम नहीं कर रहे थे, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा में 110 मीटर स्पान का सिग्नेचर ब्रिज बनाया जा रहा है। अब ब्रिज का ऊपरी फ्रेम तैयार किया जा रहा था। गुरुवार शाम पांच बजे पुल का रुद्रप्रयाग की तरफ वाला टॉवर ढह गया, जिससे फ्रेम भी ध्वस्त हो गया।

टॉवर और फ्रेम के ध्वस्त होने का कारण अधिक वजन होना माना जा रहा है। बता दें कि 2022 जुलाई में भी इस ब्रिज की शटरिंग ध्वस्त हो गई थी। तब, दो मजदूरों की मौत भी हो गई थी। गुरुवार को नरकोटा में पुल टूटने के बाद अफरा-तफरी मच गई। हादसे के समय कोई भी मजदूर पुल पर कार्य नहीं कर रहा था, वरना बडा नुकसानव हो सकता था। ये सिग्नेचर ब्रिज 76 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा था। इस मोटरपुल की ऊंचाई तकरीबन 40 मीटर तक है। सिग्नेचर ब्रिज ऑल वेदर सड़क परियोजना के तहत निर्मित किया जा रहा था। नरकोटा में एनएच के बड़े हिस्से को रेलवे ने अधिकृत किया है। पुल निर्माण के लिये रेल विकास निगम ने पैसा दिया है। जहां पहले बदरीनाथ हाईवे था, वहां पर रेलवे की टनल बन रही है। टनल के स्थान पर रेलवे इस पुल का निर्माण कार्य करवा रहा है। रेलवे ने राष्ट्रीय राजमार्ग खंड श्रीनगर को यह कार्य दिया गया। एनएच ने आरसीसी नामक कार्यदायी संस्था को पुल का कार्य सौंपा गया है।