मानव शरीर मात्र प्रभु प्राप्ति के लिए मिला आचार्य ममगाईं

https://www.youtube.com/live/gLzRBOLbGJY?si=BodI9aWo2ktMPktcआचार्य शिव प्रसाद ममगाईं की लाइव कथा सुनने के लिए यहां क्लिक करें

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जन्म और प्राणदाता ने जड़ तत्व निर्मित पञ्च भौतिक शरीर मे आज पुन: चेतना संचारित करके एक बार फिर से अवसर प्रदान किया है,
कि इस झूठे प्रपंच के लुभावने संसार बन्धन के जाल से मुक्त होकर, परमात्मा के चरणोँ तक पहुँचने की यात्रा मे हम कुछ कदम और भी आगे बढ़ाने का सक्रिय प्रयास कर सकेँ ।
क्योकि मानव शरीर केवल (मात्र) एक ही कार्य के लिए मिला है । यह बात आज यूको सिटी 1न्यू चण्डीगढ के ग्राउण्ड 5 में स्थानीय लोगों के द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के तीसरे दिन कथा में ज्योतिष्पीठ बद्रिकाश्रम व्यासपीठालंकृत आचार्य शिवप्रसाद ममगांई जी नें कहा कि यह मानव जीवन का अवसर जो मिला ओ
वह है – जैसे माता देवहुति से भगवान कपिल कहते हैं वंन्धन मुक्ति का करण मन है आत्मा शरीर नहीं माता कर्तव्य का पालन करें तो अधिकार तक पहुंचना सरल हो जाता है
परमात्मा की प्राप्ति ।
तो अनुकूल परिस्थिति है हम पुन: प्रभु के चरणोँ मे पूर्ण समर्पण नमन करके उन्ही से ही उन्ही को प्राप्त करने की भक्ति, युक्ति और शक्ति की याचना करेँ ।: सृष्टि के असंख्य ब्रह्माण्डोँ के मध्य इस भुवन के इस स्थान और युग मे ये जो विचारणीय अवसर हमे मिला है ,
वह मन, बुद्धि, वाणी से परे, अमूल्य और अप्राप्त है ।
इस अलभ्य की सुलभता की सच्ची सार्थक सदुपयोगिता यही है कि हम नाशवान झूठे संसार के इस प्रपंच से निर्लिप्त अनासक्त होकर
सत्य, सनातन, शाश्वत, अखण्ड, असीम, अनन्त परमात्मा को शाब्दिक, पुस्तकीय, युक्ति तर्क से नही बल्कि अपने जीवन के परम-धन, परम-प्राण, परम-हितैषी, परम-सखा, परमोद्धारक जानकर, मानकर, अनुभव करके उसी मे समाहित होकर आत्मसात्‌ करके एक हो जायँ । वहीं आज पूजन अर्चना में अभिनदंन शर्मा , सीमा शर्मा , हेमानी, धान्या, और राजेश सिंगला अनु सिंगला सिरिल सिंगला तथा केवल कृष्ण गोयल , प्रवीण लता , रीतेश गोयल श्रीमति रश्मि गोयल कनव गोयल जसिक गोयल और रमाकान्त जुगरान , दीपक जुगरान , अंकिता जुगरान आशीष जुगरान अन्नु जुगरान , अनिरुद्ध, एशनावी, अंश जुगरान और महेंद्र भंडारी कृष्णा देवी राजेश भण्डारी सोनिया भंडारी जितेंद्र भंडारी राधा भंडारी युवराज, अर्जुन, नंदिनी भंडारी और अजय चौहान अरुण चौहान प्रेमसिंह पयाल ओमप्रकाश डंगवाल सरिता डंगवाल राकेश रतूड़ी मंजू रतूड़ी आचार्य प्रदीप नौटियाल, आचार्य संदीप बहुगुणा , आचार्य हिमांशु मैठाणी आचार्य अजय मिश्रा अनूप भट्ट सुरेश जोशी जी