धुरी फाउंडेशन द्वारा निर्मित “बेतालघाट के बेताल” डॉक्यूमेंट्री का विमोचन 13 अप्रैल को



बेतालघाट। धुरी फाउंडेशन द्वारा निर्मित “बेतालघाट के बेताल” डॉक्यूमेंट्री का भव्य विमोचन 13 अप्रैल को नकुवा बूबू के प्रांगण में किया जाएगा। यह डॉक्यूमेंट्री बेतालघाट क्षेत्र की प्राचीन और रहस्यमयी लोकगाथा पर आधारित है, जिसमें बेताल यानी नकुवा बूबू से जुड़े ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहलुओं को उजागर किया गया है।

डॉक्यूमेंट्री के निर्माता सुरेंद्र हालसी ने बताया कि क्षेत्र में बेताल की गाथा सदियों से जनमानस में प्रचलित है। जब उन्हें बेताल से देवता बनने की इस रहस्यमयी कथा की सच्चाई का पता चला, तभी उन्होंने इसे संकलित कर डॉक्यूमेंट्री के रूप में प्रस्तुत करने का संकल्प लिया। यह कथा न केवल बेतालघाट बल्कि संपूर्ण कोशिया घाटी से जुड़ी हुई है, जो अल्मोड़ा के कोशी से लेकर रामनगर तक फैली है। इस कारण, इस डॉक्यूमेंट्री के निर्माण से पहले पूरे क्षेत्र का गहन अध्ययन किया गया, ताकि इसके ऐतिहासिक तथ्यों को प्रामाणिक रूप से प्रस्तुत किया जा सके।

डॉक्यूमेंट्री का लेखन वरिष्ठ पत्रकार चारू तिवारी जी द्वारा किया गया है, जबकि डायरेक्शन की जिम्मेदारी मनोज चंदोला जी ने संभाली है। इसमें 15 से अधिक स्थानीय बालकलाकारों ने अभिनय किया है, जो इस कथा को जीवंत बनाते हैं। लगभग 15 दिनों तक बेतालघाट क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में इस डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग की गई।
सुरेंद्र हालसी का मानना है कि इस डॉक्यूमेंट्री के निर्माण से बेतालघाट क्षेत्र और नकुवा बूबू की महिमा को लोग बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। साथ ही, इससे धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिलेगी।
*विमोचन समारोह 13 अप्रैल को नकुवा बूबू के प्रांगण में आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्थानीय जनता, इतिहासकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रहेगी।*
—