कुछ दिनों पहले विधानसभा सत्र में शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से पहाड़ के लोगों के लिए अभद्र भाषा के मामले पर कांग्रेस में रोष है। मंगलवार को कांग्रेस से देहरादून नगर निगम में मेयर पद के प्रत्याशी रहे व वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी विरेंद्र पोखरियाल की अगुवाई में नथुवावाला क्षेत्र में शहरी विकास मंत्री के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला गया। इस मौके पर मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। जुलूस नथुवावाला से दूलहनी चौक तक निकाला गया।


इस दौरान वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी विरेंद्र पोखरियाल ने मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि सदन में मंत्री ने सिर्फ पहाड़ के साथ ही वहां की जनता और उत्तराखंड का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि यह राज्य शहादतों के बाद मिला है। यहां की मातृशक्ति और युवाओं ने तमाम दमन के बाद राज्य निर्माण की नींव रखी गई थी। अब यह हालात है कि उनका विधानसभा के अंदर सरकार के मंत्री ही राज्य की जनता का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र में इस मामले के दूसरे दिन कांग्रेस विधायक लखपत बुटोला ने सदन में अपनी आवाज उठा कर विरोध दर्ज किया था, लेकिन अफसोस ये रहा कि विधानसभा अध्यक्ष की ओर से जिस तरह का व्यवहार किया गया, उससे साफ है कि उत्तराखंड की बात करने वालों को अपमानित किया जा रहा है। पोखरियाल ने कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पूरा उत्तराखंड की जनता इसका जवाब देगी।

उन्होंने कहा कि सरकार को अपने ऐसे बेलगाम मंत्री को तत्काल मंत्री मंडल से हटा देना चाहिए। क्योंकि मंत्री के खिलाफ पूर्व में भी इस तरह के आरोप लग चुके हैं। यह भाजपा का असली चाल और चरित्र है। भाजपा के साथ ही मुख्यमंत्री को भी इस मामले में सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। मशाल जूलूस के दौरान संजय शर्मा, महेंद्र सिंह नेगी, गोरव चौधरी, मोहित उनियाल, हेमा पुरोहित, महिपाल शाह, ओमप्रकाश सती, पंकज क्षेत्री, मानवेंद्र सिंह, अनिल क्षेत्री, सुनिल थपलियाल, प्रदीप रावत, मंजित नेगी, अनिल पुंडिर, अरुण पाल, विनीत प्रसाद भट्ट, नितिन रावत, सिद्धार्थ पोखरियाल, हीरा सिंह फरसवाण, पूर्व प्रधान राजवीर सिंह नेगी, मुकेश चौहान, विंदात नौटियाल, मदुरम शर्मा समते तमाम कांग्रेसी और स्थानीय लोग शामिल रहे।
