सरकार के बेहतरीन शिक्षा के दावे फिर साबित हुए हवा हवाई,शिक्षक ना होने से इस स्कूल के 30 बच्चों ने टीसी कटवाई
शिक्षक न होने से जारा स्कूल के 30 बच्चों ने कटवाई टीसी
काउंसलिंग के बाद तैनाती लेने से एक शिक्षक का इन्कार
पिथौरागढ़। सीमांत जिले में शिक्षा व्यवस्था की बेहतरी के दावे हवाई साबित हुए हैं। छात्र संख्या बढ़ तो रही नहीं, उल्टा दिन ब दिन कम होती जा रही है। वजह, पढ़ाने के लिए शिक्षकों का न होना। बंगापानी तहसील के प्राथमिक विद्यालय जारा में इस सत्र की शुरुआत में 60 बच्चे थे और दो अध्यापक। यह विद्यालय तहसील क्षेत्र के सबसे अधिक छात्र संख्या वाले विद्यालयों में शामिल था। यहां तैनात एक शिक्षक को डेढ़ साल पूर्व तहसील क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बाननी भेज दिया गया। तब से यहां छात्र संख्या कम होती चली गई। पांच कक्षाओं के बच्चों को पढ़ाने के लिए अब यहां सिर्फ एक शिक्षक है। नतीजतन, 30 बच्चों ने यहां से टीसी कटवाकर दूसरे स्कूलों का रुख कर दिया है। स्कूल में अब 30 बूच्चे ही बचे हैं। शिक्षा विभाग की इस अनदेखी से छात्र परेशान हैं तो अभिभावक उनके भविष्य को लेकर चिंतित।