पापुआ न्यू गिनी में कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया कि चारों तरफ तबाही मच गई है। यहां भूस्खलन से लोग जिंदा जमींदोज हो गए। सरकार के एक अधिकारी ने संयुक्त राष्ट्र को जानकारी दी है कि भूस्खलन में करीब 2 हजार से ज्यादा लोग जिंदा दफन हो गए हैं। पापुआ न्यू गिनी सरकार ने राहत कार्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी है।
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने पापुआ न्यू गिनी में बड़े पैमाने पर हुए भूस्खलन से 670 लोगों की मौत होने की आशंका जताई थी, लेकिन सरकार का ये आंकड़ा IOM के आंकड़ों से करीब तीन गुना ज्यादा है। बताया जा रहा है कि अब तक केवल छह लोगों के शव ही बरामद किए हैं, वहीं बाकी लोगों की तलाश की जा रही है।
भूस्खलन में 2000 से अधिक लोग जिंदा दफन
वहीं राष्ट्रीय आपदा केंद्र के कार्यवाहक निदेशक लुसेते लासो माना ने संयुक्त राष्ट्र को लिखे एक पत्र में कहा कि भूस्खलन में 2000 से अधिक लोग जिंदा दफन हो गए और ये काफी विनाशकारी है। इमारतों के साथ ही खेतों को काफी नुकसान पहुंचा है। जिससे हालत अस्थिर हो गए हैं। उन्होंने ये भी बताया कि भूस्खलन धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है, जो लोगों के लिए खतरा साबित हो सकता है।
एंगा प्रांत में हुआ था भूस्खलन
दरअसल, पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत में शुक्रवार को भूस्खलन हुआ था। जमीन अचानक फट गई और पूरा का पूरा गांव ही अंदर समा गया। यह हादसा तब हुआ, जब माउंट मुंगालो का एक हिस्सा पूरी तरह से ढह गया। इसमें कई घर दब गए, जिसके अंदर लोग सो रहे थे। इस भूस्खलन में मारे गए छह लोगों के शव बरामद हुए हैं। आपदा कार्यालय के मुताबिक, भूस्खलन की वजह से जमीन पूरी तरह धंस गईं, जहां फसलें उगाई जाती थीं। पोरगेरा माइन का मुख्य राजमार्ग पूरी तरह से ब्लॉक है।
पीएम मोदी ने जताया दुख
पापुआ न्यू गिनी में आए खौफनाक भारी भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों और हानि को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान पापुआ न्यू गिनी के साथ मुश्किल समय में खड़ा है।पीएम मोदी ने सोशल मीडिय प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”पापुआ न्यू गिनी में विनाशकारी भूस्खलन के कारण गई लोगों की जान और क्षति से गहरा दुख हुआ है. प्रभावित परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की हम प्रार्थना करते हैं. भारत पापुआ न्यू गिनी की हर संभव मदद के लिए तैयार है.” विदेश मंत्री जयशंकर ने दुख जताया
वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को पापुआ न्यू गिनी में भूस्खलन से हुए जानमाल की हानि पर दुख जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, हमारी संवेदनाएं सरकार व लोगों के साथ हैं। भारत इस कठिन समय में अपने दोस्तों के साथ एकजुटता से खड़ा है। जयशंकर ने कहा, भूस्खलन से क्षेत्र को भारी क्षति हुई है। हमारी पीड़ितों व उनके परिजनों के प्रति सहानुभूति है।