चमोली। नारायणबगड़ के चिरखून गांव के जवान कीरत सिंह रावत का पैतृक घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि जवान कीरत सिंह बीमार चल रहे थे, जिनका इलाज दिल्ली के सेना अस्पताल में चल रहा था, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। कीरत सिंह 20 गढ़वाल राइफल में जम्मू कश्मीर में तैनात थे। वहीं, जवान के निधन पर पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है।
नारायणबगड़ क्षेत्र में शोक की लहर
जानकारी के मुताबिक, चमोली जिले के नारायणबगड़ विकासखंड के चिरखून गांव के कीरत सिंह रावत साल 2018 में सेना में भर्ती हुए थे। जो 20 गढ़वाल राइफल्स में सेवाएं दे रहे थे। इस समय उनकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर में थी। बीते कुछ दिनों से उनका स्वास्थ्य खराब हो गया था, जिसके चलते उनका दिल्ली के सेना अस्पताल में उपचार चल रहा था। जहां 22 अप्रैल को उपचार के दौरान जवान का निधन हो गया। उनके आकस्मिक निधन से नारायणबगड़ क्षेत्र में शोक की लहर छा गई।
वहीं, 23 अप्रैल को सेना के वाहन से उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव चिरखून लाया गया। जहां बुधवार 24 अप्रैल को सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक घाट नंदप्रयाग संगम पर गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन पर विधायक भूपाल राम टम्टा, पूर्व विधायक जीतराम, ब्लॉक प्रमुख यशपाल नेगी, पूर्व प्रधान सुशील कांती, सामाजिक कार्यकर्ता राकेश नेगी समेत क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने शोक जताया है। साथ ही शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं जताई है।
जल्द होने वाली थी जवान की शादी
जवान कीरत सिंह रावत की नवंबर में सगाई हुई थी। अब घर पर उनकी शादी की तैयारियां चल रही थी, लेकिन उनके निधन से सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई। घर के एकलौते बेटे के असमय चले जाने से उनके पिता भरत सिंह, माता शांति देवी गहरे सदमे में हैं। कीरत सिंह दो भाई-बहन थे. कीरत सिंह रावत के बहन की शादी हो चुकी है।