रामरतन पंवार , रूद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग। नगर पालिका की बोर्ड बैठक में अध्यक्ष गीता झिक्वाण के बिना चर्चा किए सवालों बीच में ही चले जाने से आक्रोशित छह सभासदों ने इस्तीफा दे दिया है। सभासदों ने अपना इस्तीफा जिलाधिकारी को सौंप दिया है। पार्षदों का आरोप है कि कहना है कि पालिका, जनता के हितों की अनदेखी कर रही है। इस्तीफा देने वाले पार्षदों में लक्ष्मण सिंह कप्रवाण, सुरेंद्र सिंह रावत, अमरादेवी, उमा देवी, रूकमणी भंडारी और संतोष रावत हैं। उनका कहना है कि छह माह बाद शुक्रवार को बोर्ड बैठक आयोजित की गई थी। लेकिन अध्यक्ष बिना चर्चा के बीच बैठक से चली गईं। पार्षदों का कहना है वार्डो में प्रस्तावित विकास कार्य नहीं हो पाए हैं, जिससे उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ता है। नगर पालिका अध्यक्ष ने उनके प्रस्तावों को कभी गंभीरता से नहीं लिया। जिस कारण उन्हें मजबूर होकर इस्तीफा देना पड़ रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले सभासदों ने बीती 12 अक्तूबर के पांच महीने से बोर्ड बैठक नहीं होने के विरोध में कार्यालय में तालाबंदी की थी। उनका कहना था कि बैठक हर महीने होनी चाहिए। वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष गीता झिक्वांण का कहना है कि मेरा कार्यकाल अंतिम चरण में है। इस्तीफा देना सदस्यों का अपना विवेक है। धनाभाव में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। सभासद अन्य मदों से कार्य कराने की बात कह रहे थे। लेकिन अन्य मदों में पर्याप्त धनराशि नहीं है।