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खतरे की जद मैं भिलंगना कै कई गांव जोशीमठ जैसे संकेत


जनपद टिहरी गढ़वाल के विकास खंड भिलंगना कै घूत्तू के कई गांव खतरे की जद मैं आ गए हैं जिसका कारण क्षैत्रिय लोग सीधे सीधे क्षैत्र में बनी हाइड्रोपावर की सुरंग बता रहे हैं यह दरारें इतनी भयावह है की लोगों के जहन में जोशीमठ जैसी आपदा कै खयाल आ रहै हैं।
भिलंगना घाटी में भिलंगना हाइड्रोपावर की सुरंग कई गांवों कै नीचे से गुजरती है जिससे वह विधुत उत्पादन करती है जहां जहां से वह सुरंग गुजरती है उसके उपर जमीन पर बड़ी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई है जिससे पूरे क्षैत्र में भय का माहोल बना हुआ है हर जगह जोशीमठ जैसे हालात की बातें हो रही है वहीं हाइड्रोपावर इस पर चुप्पी साधे हुए है।
क्षेत्र में सारथी संघटन के अध्यक्ष व ग्राम प्रधान चंदला पवन पंवार बताते हैं कि इतनी बड़ी बड़ी-बड़ी दरारों से भाटगांव, चक्रगांव,जोगियाड़ा, चंदला,वीना,पनैली, सैदंवालगांव,चैत्वाणगांव, बगर, पूरी तरह से खतरे की जद मैं आ गए हैं सासन प्रसासन को इस हैतू सूचित कर दिया गया है।
भिलंगना जल जंगल जमीन बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष भजन रावत जी बताते हैं कि परियोजना कै शुरुवाती दिनों से ही इस परियोजना का विरोध हुआ था लोगों कै मकानो में तभी से दरारें पड़ रखी है बार बार सूचित करने कै वावजूद परियोजना अधिकारियों नें इसकी सुध नहीं ली ओर जमीन कै अदंर अंधाधुंध विस्फोट करके इस सुरंग का निर्माण किया जिसका परिणाम आज सामने है लाखो रुपए का रोजाना विधुत उत्पादन करने के वावजूद आज तक कंपनी नें ग्रामीणों कै साथ हूऐ समझोते पुरे नहीं किए।
ग्राम प्रधान जोगियड़ा बताती है कि एस डी एम घनशाली श्री नैगी जी व क्षैत्रिय पटवारी जी नैं मोके पर जाकर इन दरारों का निरीक्षण किया है ओर सासन प्रसासन को कार्यवाही हैतू स्थिति सै अवगत करा दिया गया है।
एस डी एम शैलेन्द्र नैगी जी ने बताया की अभी वहां जगह जगह घास है इसलिए पूरी दरारें नहीं दिख रही है परंतु जो दिख रही है वह भयावह है जिलाधिकारी महोदय जी को इस हैतू अवगत करा दिया गया है सवंधित अधिकारियों को इस हैतू जांच कै आदेश दे दिए गए हैं जांच रिपोर्ट आते ही उचित कार्यवाही की जाऐगी

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