संजय चौहान, वरिष्ठ लेखक पत्रकार
गोल्डन गर्ल मानसी नेगी चीन के चेगंडू शहर में 28 जुलाई से आठ अगस्त तक होने वाले वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में वाॅक रेस (20 किमी) में भारत की ओर से प्रतिभाग करेंगी। प्रतिभा की धनी गोल्डन गर्ल मानसी से पूरा देश चीन में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में वाॅक रेस (20 किमी) में भी गोल्ड की उम्मीद लगाये है। मानसी नेगी वाॅक रेस ऐथेलेटिक्स गेम्स में कई नेशनल रिकार्ड तोड चुकी हैं और कई नयें राष्ट्रीय रिकार्ड अपने नाम कर चुकी हैं। आज पूरा देश मानसी को गोल्डन गर्ल के नाम से जानता है। मानसी नें दिखा दिया है कि बेटियाँ हर क्षेत्र मे अपना परचम लहरा सकती हैं। पहाड़ की इस बेटी के पहाड़ जैसे बुलंद हौंसलो नें बेटियों के लिए एक नयी लकीर खींची है और नयी इबादत लिखी है।
गौरतलब है कि मानसी नेगी आज देश की लाखों बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत है। मानसी नें हजारों बेटियों को मानो कुछ अलग करने का हौसला दिया है। मानसी उत्तराखंड के सीमांत जनपद चमोली के मजोठी गांव की है। मानसी का जीवन बेहद संघर्षमय रहा। मानसी के पिताजी की 7 साल पहले असमय मृत्यु के बाद मानसी की मां शकुंतला देवी नें गांव में ही खेती मजदूरी कर अपनी बेटी को पढाया, लिखाया और आगे बढ़ने का हौसला दिया, यही कारण है कि बेहद अभावों में भी उसके अंदर कुछ अलग करने का जज्बा हमेशा बना रहा। विपरीत परिस्थितियों और आभावों में भी मानसी नें अपना हौंसला नहीं खोया। मानसी ने अपनी कडी मेहनत से अपना मुकाम खुद हासिल किया है।
हजारों हजार सैल्यूट मानसी, यूँ ही आगे बढते रहो। पूरे देश को आप से बहुत उम्मीदें हैं। आप से उम्मीद है कि आप अंतरराष्ट्रीय फलक पर चमोली, उत्तराखंड और देश का नाम रोशन करते रहो। भगवान बद्रीविशाल और मां नंदा का आशीर्वाद सदा आपको मिलता रहे।