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सोमेश्वर महादेव बिशु मेले में पहुंचे माता मंगला एवं भोले महाराज,ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत

उत्तरकाशी के सूदूरवर्ती मोरी ब्लॉक के जखोल गांव के बिशु मेले के अंतिम दिन हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले महाराज जखोल पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों उनका भव्य स्वागत किया। माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने जखोल पहुंचकर सोमेश्वर महाराज मंदिर में पूजा-अर्चना कर पौराणिक सोमेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास किया।
सोमेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में उपस्थित हजारों भक्तों का अभिवादन करते हुए माताश्री मंगला जी ने सोमेश्वर महादेव से सभी के जीवन में सुख-शांति और संतुष्टि की कमाना करते हुए कहा की हम आज अभिभूत हैं,यह देखकर कि जौनसारी जनजाति की सांस्कृतिक विरासत और परंपरा को दर्शाने वाले इस मेले में टिहरी,उत्तरकाशी और उत्तराखंड के दूर दराज क्षेत्रों से इतनी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे है। इस मेले का महत्व उत्तराखंड के धर्म और आस्था के साथ ही लोक संस्कृति और संवर्धन से भी जुड़ा हुआ है। रवांई-जौनसार क्षेत्र की लोक संस्कृति अपने आप में एक विशेष संस्कृति का परिचायक है। जो आज इस मेला प्रांगण में सजी है और यही हमारी आस्था और अध्यातम का रास्त भी है
माता मंगला जी ने कहा कि हंस फाउंडेशन परिवार सौभाग्शाली हैं कि जिसे पौराणिक सोमेश्वर महादेव मंदिर के जिर्णोंद्वार का मौका मिला है। हम सोमेश्वर महादेव जी के आशीष से इस कार्य को नया स्वरूप देने का पूरा प्रयास करेंगे।
माताश्री मंगला जी कहा कि आज हम सोमेश्वर महादेव के प्रांगण में आस्था और सेवा के लिए एकत्र हुए है। सेवा जो जीवन का वास्तविक पथ है। जिस पर हम हंस फाउंडेशन के माध्यम से चल रहे है। स्वास्थ्य शिक्षा,दिव्यंगता,रोजगार,पलायन,पेयजल,कृषक कल्याण,समाज कल्याण,महिला सशक्तिकरण,ग्रामीण विकास,बाल विकास व ऊर्जा आदि क्षेत्रों में निरंतर सेवाएं दे रहे है। उन्होंने कहा कि आप सब जानते हैं कि सतपुली अस्पताल,जो पूरे उत्तराखंड और आपके जखोल तक सेवाएं दे रहा है। साथ ही गांव-गांव से बसों द्वारा वृद्ध मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया जा रहा है। जखोल क्षेत्र से हजारों लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवा जा चुका है। कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में महिला सशक्तीकरण के लिए जखोला सिलक सेंटर चल रहा है। जिसके माध्यम से कई ग्रामीण महिलाएं स्वावलंबी बन रही है। आपके क्षेत्र में इस प्रकार की और क्या सेवाएं दी जा सकती है। इसके लिए आप जखोल में कार्यरत हमारे सेवकों को बता सकते है।
माता मंगला जी ने कहा कि अभी यहां से जाने के बाद 21 अप्रैल को हम और माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के साथ चारधाम यात्रा के पहले जत्थे को ऋषिकेश से रवाना करने वाले है। जिसमें देश-विदेश से पहुंचे हजारों श्रद्धालु मौजूद रहेंगे। हम चाहते हैं कि जखोल क्षेत्र के लोगों को भी चारधाम यात्रा में सेवा का मौका मिले,ताकि पुरी दुनिया से चारधाम यात्रा पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को हम और अधिकर बेहतर से बेहत सेवाएं दे सकें। उन्होंने कहा कि हमने स्वामी विवेकानंद चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ मिलकर अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। जिसमें बद्रीरनाथ,केदारनाथ और गंगौत्री-यमुनौत्री,पीपल कोटी और उत्तरकाशी में अस्पतालों का निर्माण किया गया है और स्वास्थ्य की बेहतर से बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही है।
माताश्री मंगला ने इस मौके पर बिशु मेले में उपस्थित हजारों लोगों से अपील की कि आज हम सभी को अपनी सुंदर संस्कृति,परिधान,रीति-रिवाज और यहां के खानपान के संरक्षण के लिए आगे आना होगा। उन्होंने मेले में उपस्थित ग्रामीणों से निवेदने किया कि इस संस्कृति को संजोकर रखने का आज हर ग्रामीण संकल्प लें।
इस मौके पर मंदिर समिति के सदस्य एवं एडवोकेट किशन सिंह रावत ने कहा कि माता मंगला एवं भोले महाराज के आशीर्वाद से संचालित ‘सेवा भी सम्मान भी’ की टीम ने मेले में विशाल भंडारे का आयोजन किया था। जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान क्षेत्रवासियों ने हंस फाउंडेशन की ओर से उनके क्षेत्रों में वर्षों से संचालित स्वास्थ्य-शिक्षा और असहायों की सहायता आदि उल्लेखनीय कार्यों के लिए हंस फाउडेशन का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर से उत्तरकाशी के दूरगामी गांव से विशु मेले में शामिल होने के आए ग्रामीणों ने मेले में रासों नृत्य के साथ-साथ सोमेश्वर देवता की पूजा अर्चना की और अपनी तथा क्षेत्र की कुशलता की कमना की।
इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष जनक सिंह रावत,महासचिव गुलाब सिंह रावत,स्याना अकबर सिंह रावत,पूर्व प्रधान हाकम सिंह रावत,क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय सिंह,ग्राम प्रधान विनोद कुमार, रामलाल,सिलदार सिंह रावत,जिला प्रचारक विजयपाल रावत,हंसलोक सेवक सूरत सिंह रावत एवं हंस कल्चरल सेंटर के ऑपरेशन हेड विकास वर्मा और योगे सुंदरियाल मौजूद रहे।

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उत्तरकाशी के सूदूरवर्ती मोरी ब्लॉक के जखोल गांव के बिशु मेले के अंतिम दिन हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले महाराज जखोल पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों उनका भव्य स्वागत किया। माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने जखोल पहुंचकर सोमेश्वर महाराज मंदिर में पूजा-अर्चना कर पौराणिक सोमेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास किया।
सोमेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में उपस्थित हजारों भक्तों का अभिवादन करते हुए माताश्री मंगला जी ने सोमेश्वर महादेव से सभी के जीवन में सुख-शांति और संतुष्टि की कमाना करते हुए कहा की हम आज अभिभूत हैं,यह देखकर कि जौनसारी जनजाति की सांस्कृतिक विरासत और परंपरा को दर्शाने वाले इस मेले में टिहरी,उत्तरकाशी और उत्तराखंड के दूर दराज क्षेत्रों से इतनी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे है। इस मेले का महत्व उत्तराखंड के धर्म और आस्था के साथ ही लोक संस्कृति और संवर्धन से भी जुड़ा हुआ है। रवांई-जौनसार क्षेत्र की लोक संस्कृति अपने आप में एक विशेष संस्कृति का परिचायक है। जो आज इस मेला प्रांगण में सजी है और यही हमारी आस्था और अध्यातम का रास्त भी है
माता मंगला जी ने कहा कि हंस फाउंडेशन परिवार सौभाग्शाली हैं कि जिसे पौराणिक सोमेश्वर महादेव मंदिर के जिर्णोंद्वार का मौका मिला है। हम सोमेश्वर महादेव जी के आशीष से इस कार्य को नया स्वरूप देने का पूरा प्रयास करेंगे।
माताश्री मंगला जी कहा कि आज हम सोमेश्वर महादेव के प्रांगण में आस्था और सेवा के लिए एकत्र हुए है। सेवा जो जीवन का वास्तविक पथ है। जिस पर हम हंस फाउंडेशन के माध्यम से चल रहे है। स्वास्थ्य शिक्षा,दिव्यंगता,रोजगार,पलायन,पेयजल,कृषक कल्याण,समाज कल्याण,महिला सशक्तिकरण,ग्रामीण विकास,बाल विकास व ऊर्जा आदि क्षेत्रों में निरंतर सेवाएं दे रहे है। उन्होंने कहा कि आप सब जानते हैं कि सतपुली अस्पताल,जो पूरे उत्तराखंड और आपके जखोल तक सेवाएं दे रहा है। साथ ही गांव-गांव से बसों द्वारा वृद्ध मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया जा रहा है। जखोल क्षेत्र से हजारों लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवा जा चुका है। कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में महिला सशक्तीकरण के लिए जखोला सिलक सेंटर चल रहा है। जिसके माध्यम से कई ग्रामीण महिलाएं स्वावलंबी बन रही है। आपके क्षेत्र में इस प्रकार की और क्या सेवाएं दी जा सकती है। इसके लिए आप जखोल में कार्यरत हमारे सेवकों को बता सकते है।
माता मंगला जी ने कहा कि अभी यहां से जाने के बाद 21 अप्रैल को हम और माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के साथ चारधाम यात्रा के पहले जत्थे को ऋषिकेश से रवाना करने वाले है। जिसमें देश-विदेश से पहुंचे हजारों श्रद्धालु मौजूद रहेंगे। हम चाहते हैं कि जखोल क्षेत्र के लोगों को भी चारधाम यात्रा में सेवा का मौका मिले,ताकि पुरी दुनिया से चारधाम यात्रा पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को हम और अधिकर बेहतर से बेहत सेवाएं दे सकें। उन्होंने कहा कि हमने स्वामी विवेकानंद चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ मिलकर अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। जिसमें बद्रीरनाथ,केदारनाथ और गंगौत्री-यमुनौत्री,पीपल कोटी और उत्तरकाशी में अस्पतालों का निर्माण किया गया है और स्वास्थ्य की बेहतर से बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही है।
माताश्री मंगला ने इस मौके पर बिशु मेले में उपस्थित हजारों लोगों से अपील की कि आज हम सभी को अपनी सुंदर संस्कृति,परिधान,रीति-रिवाज और यहां के खानपान के संरक्षण के लिए आगे आना होगा। उन्होंने मेले में उपस्थित ग्रामीणों से निवेदने किया कि इस संस्कृति को संजोकर रखने का आज हर ग्रामीण संकल्प लें।
इस मौके पर मंदिर समिति के सदस्य एवं एडवोकेट किशन सिंह रावत ने कहा कि माता मंगला एवं भोले महाराज के आशीर्वाद से संचालित ‘सेवा भी सम्मान भी’ की टीम ने मेले में विशाल भंडारे का आयोजन किया था। जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान क्षेत्रवासियों ने हंस फाउंडेशन की ओर से उनके क्षेत्रों में वर्षों से संचालित स्वास्थ्य-शिक्षा और असहायों की सहायता आदि उल्लेखनीय कार्यों के लिए हंस फाउडेशन का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर से उत्तरकाशी के दूरगामी गांव से विशु मेले में शामिल होने के आए ग्रामीणों ने मेले में रासों नृत्य के साथ-साथ सोमेश्वर देवता की पूजा अर्चना की और अपनी तथा क्षेत्र की कुशलता की कमना की।
इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष जनक सिंह रावत,महासचिव गुलाब सिंह रावत,स्याना अकबर सिंह रावत,पूर्व प्रधान हाकम सिंह रावत,क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय सिंह,ग्राम प्रधान विनोद कुमार, रामलाल,सिलदार सिंह रावत,जिला प्रचारक विजयपाल रावत,हंसलोक सेवक सूरत सिंह रावत एवं हंस कल्चरल सेंटर के ऑपरेशन हेड विकास वर्मा और योगे सुंदरियाल मौजूद रहे।

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