निओ विजन फाउंडेशन द्वारा , देहरादून में सहारनपुर चौक के समीप दरभंगा बस्ती में चैत के महीने के आगमन के साथ ही फूलदेई पर्व का आह्वन किया गया , संस्था में पढ़ रहे छोटे बच्चों को इस पावन पर्व के बारे में बताया गया जिसका परिणाम हर रोज सुबह देखने को मिला हर रोज छोटे बच्चों की भीड़ का सुबह – सुबह फूलों की टोकरी के साथ पूरी बस्ती में फूलदेई के लोकगीतों के साथ सबकी देहलियों को फूलों से सजाना और फिर उपहार में मिले गुड़, चॉक्लेट एवं मिठाइयों को साथ मिलकर खाना । हर रोज सुबह बच्चों का देहलियों पर फूल रखना और गीत गाना, बस्ती में रहने वाले बिहार समुदाय के सभी लोग इस त्योहार से अनजान थे । निओ विजन फाउंडेशन द्वारा हर माह बस्ती की सभी महिलाओं के लिए निओ नारी सेशन किये जाते हैं , इसमें महिलाओं को हर बार अलग – अलग विषयों पर जानकारी दी जाती है एवं जागरूक किया जाता है । बीते रविवार को फूलदेई सेशन में अमिता बिष्ट द्वारा लोकगीतों के साथ सम्पूर्ण पर्व के बारे बताया गया । निओ विजन फाउंडेशन के संस्थापक गजेंद्र रमोला द्वारा लोककथाओं के साथ सम्पूर्ण त्योहार के बारे विवरण दिया गया । हालांकि की हर दिन प्रातः बच्चों द्वारा देहलियों पर फूल डालना और गीत गुनगुनाना बस्ती के सभी लोगों को आकर्षित करता था । सुंदर सजी देहलियाँ सबको बेहद पसंद आती थी । पूरे चैत माह मीना पासवान के मार्गदर्शन में बच्चों द्वारा फूलदेई त्योहार मनाया गया । बैशाखी के शुभ दिवस पर फूलदेई के इस पावन पर्व को बड़े धूमधाम के साथ विदा किया गया और अगले वर्ष और नई खुशियों के साथ आने की प्रार्थना की । आज प्रातः भी बच्चे फूलों की टोकरी के साथ संस्था में पहुंच चुके थे , पूरी बस्ती की देहलियों पर फूल डाले गए सभी के द्वारा स्वादिष्ट पकवान बच्चों के लिए बनाए गए थे । संस्था द्वारा भी बच्चों को उपहार दिए गए ।बच्चों की खुशी बयां कर रही थी , कि इस त्योहार से वे बहुत खुश हैं । निओ विजन फाउंडेशन लगातार बच्चों को संस्कृति से जोड़ने के लिए कार्यरत रहता है , ताकि नई पीढ़ी अपनी बुजुर्गों के संस्कार और अपनी संस्कृति से निरन्तर जुड़ी रहें ।