राजस्थान के मेवाड़ विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय वाद-विवाद प्रतियोगिता में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। ‘भारतीय लोकतंत्र में मतदान अनिवार्य होना चाहिए’ विषय पर आयोजित प्रतियोगिता में देशभर के 20 राज्यों के 150 विश्वविद्यालयों ने प्रतिभाग किया।
हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय की सहायक आचार्य डॉ किरन वर्मा के संरक्षण में चार अलग-अलग टीमों को प्रतिभाग हेतु भेजा गया था। पक्ष-विपक्ष के लिए चयनित इन चार टीमों का प्रतिनिधित्व राखी, बीएससी पंचम सेमेस्टर, सूरज मिश्रा, बी.टेक. सप्तम सेमेस्टर, अलाप्नी जेपी बीए प्रथम सेमेस्टर, हिमांशी नौटियाल, बीएससी तृतीय सेमेस्टर के द्वारा किया गया। अलग-अलग चरणों में सम्मपन्न हुई इस प्रतियोगिता में हिंदी भाषा में प्रतिभाग करने वाली टीम ने वाद-विवाद प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया जिसे 21 हजार की धनराशि, प्रमाण-पत्र, मेडल से पुरस्कृत किया गया। वहीं विश्वविद्याल की एक अन्य टीम ने राष्ट्रीय स्तर पर टॉप-10 में स्थान प्राप्त किया।
राष्ट्रीय स्तर पर टीमों के चयन हेतु इस प्रतियोगिता के तहत प्रथम चरण में तीन अलग-अलग स्थानों पर समान्तर प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ जिसके बाद उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली टीमों को दूसरे चरण में भेजा गया तथा दूसरे चरण में चयनित टीमों ने अन्तिम चरण में प्रतिभाग किया।
गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र अधिष्ठाता कल्याण प्रो महावीर सिंह ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए टीम को बधाई दी वहीं कुलपति प्रो अन्नपूर्णा नौटियाल ने छात्र-छात्राओं का होसाला अफजाई करते हुए विजेता टीम एवं अन्य प्रतिभागी टीमों को बधाई दी, वहीं प्रतिकुलपति प्रो आरसी भट्ट ने भी टीम को बधाई दी।