रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।


चिरबटिया के ग्रामीणों मे गर्मी से पहले ही गहरा गया है पीने के पानी का संकट।

जलसंस्थान रूद्रप्रयाग द्वारा
वैकल्पिक व्यवस्था के तौर लगाये गथे थे 3 हैण्डपम्प जिसमे एक चालू स्थिति मे पर महीनों से निकल रहा है लाल पानी।

अधिशासी अभियंता को भी की गयी थी शिकायत लेकिन नही की गयी कोई कार्यवाही।
जखोली- जखोली. का एक ऐसा गांव जो कि बर्षो पीने के पानी का घोर संकट बना हुआ है,
ज्ञात हो कि विकासखंड जखोली के अन्तर्गत ग्राम पंचायत लुठियाग मे पीने के पानी का भारी संकट पैदा हो है, लुठियाग के चिरबटिया तोक जहां वर्तमान समय मे लगभग 200 परिवार निवास करते है इन सभी परिवार
एक बूंद पानी के लिए मोहताज बने हुए हैं। आपको बता दे कि अभी तक गर्मी आयी ही नही कि
मार्च माह मे चिरबटिया मे पीने के पानी का संकट गहरा गया।
मुख्य स्रोत पर पानी की मात्रा इतनी कम हो गयी है कि तीन दिन मे भी पानी का सप्लाई टैंक भी नही भर रहा है यानी तीन बाद मुख्य टैंक से ग्रामीणों के पीने के लिए पानी खोला जा रहा है।
जिससे आप अन्दाजा लगा सकते हैं कि ग्रामीणों के सामने कितना बड़ा संकट आज पीने के पानी के लिए हो चुका है, वही ग्रामीणों का कहना है कि गाँव मे जो पहले पानी के पैतृक स्रोत,धारा, नौला इत्यादि हुआ करते थे वो भी सारे सूख गये हैं।
अब चिरबटिया मुख्य बाजार की बात करे तो चिरबटिया चार धाम यात्रा का मुख्य पड़ाव होने से यात्राकाल मे सैकड़ो यात्री चिरबटिया मे रात्री विश्राम को रुकते है.दोपहर के समय भी चिरबटिया मे चाय, नाश्ता, भोजन के लिए रुकते है तो ऐसी स्थिति मे पीने की पानी की व्यवस्था कहाँ से हो सकती है।
भले ही जल संस्थान रूद्रप्रयाग द्वारा चिरबटिया मे तीन हैण्डपम्प तो विभाग द्वारा कुछ साल पूर्व लगाये तो गये है ं,लेकिन वो शोपीस बने है। इन तीन हैण्डपम्पो मे से जो एक हैण्डपम्प खानापूर्ति के लिए चालू हालत है भी तो उसमे भी कुछ माह से लालपानी निकल रहा है जो कि पीने योग्य नही है, इस संमध मे चिरबटिया के दुकानदार हैण्डपम्प मे लाल पानी निकलने समन्धित शिकायत कुछ दिन पूर्व जल संस्थान के अधिशासी अभियंता से कर कर चुके है, लेकिन विभाग ने भी जनता की एक न सुनी अब लोग पीने के पानी के लिए जाये तो जायें कहाँ।यही हैण्डपम्प चिरबटिया मे पीने के पानी के लिए एक मात्र सहारा था लेकिन उससे भी जनता निराश बैठे है।
लुठियाग के प्रधान दिनेश कैन्तूरा
पूर्व प्रधान रूप सिह मेहरा, पूर्व प्रधान प्रेम सिह मेहरा, कमल सिह मेहरा, पूर्व उपप्रधान रुप सिह कैन्तूरा सहित ग्रामीणों का कहना है कि जल संस्थान की जो लाईन चल्याण गदेरा तोक मे जो मुख्य स्रोत है वहाँ जो बी एफ जी बनी है वो क्षतिग्रस्त हो रखी है जिस कारण पानी लिकेज हो जाने के कारण पाईपलाईन पर पानी नही आता है।भले ही ग्रामीण विभाग को पानी का टैक्स नही देते है लेकिन फिर भी नैतिकता के आधार पर इस भारी जल संकट मे गांव की मदद करना विभाग की जिम्मेदारी बनती है।