रुद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के फलई गांव निवासी शिलांग में तैनात रहे 35 असम रायफल में तैनात हवलदार 42 वर्षीय जवान कुलदीप सिंह भंडारी ऑपरेशन में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। शनिवार देर शाम को शहीद का पार्थिव शरीर सेना के हेलीकॉप्टर से देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच गया है। रविवार को विजयनगर में मंदाकिनी नदी किनारे पैतृक घाट पर शहीद की सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जाएगी।
घटना को लेकर अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं
हवलदार कुलदीप भंडारी पिछले कुछ समय से शिलांग में तैनात थे। शुक्रवार को सेना के जवान एक ऑपरेशन पर जा रहे थे। इस दौरान जवान कुलदीप भंडारी शहीद हो गए। घटना कैसे हुई और कहां से हमला हुआ, इसे लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है।
फलई गांव में पसरा मातम
फलई के ग्राम प्रधान विजयपाल सिंह राणा ने बताया कि घटना के बारे में उन्हें बीते शुक्रवार दोपहर बाद सूचना मिली थी। लेकिन पुष्टि नहीं हो पाई। आज, शनिवार सेना के कार्यालय से फोन आया और उन्हें घटना के बारे में बताया और देर शाम तक सेना के हेलीकॉप्टर से सैनिक के पार्थिव शव को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचाने की बात कही गई। इसके बाद ही देर शाम को सैनिक के परिजनों को घटना के बारे में अवगत कराया गया, जिसके बाद से वहां मातम पसरा हुआ है।
घटना के कारणों की पूरी जानकारी पार्थिव शरीर के साथ सैन्य अधिकारियों के पहुंचने के बाद ही मिल पाएगी। शहीद अपने पीछे बूढ़ी मां, पत्नी, 15 वर्षीय पुत्र आयुष व 18 वर्षीय पुत्री ईशा को छोड़ गए हैं। जबकि पिता हुकुम सिंह भंडारी का करीब डेढ़ साल पहले निधन हो चुका है