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जखोली:गेंठाणा बांगर में आज से शुरु हुआ दो दिवसीय भव्य शिवरात्री मेला,कल रुहान भारद्वाज करिश्मा शाह अपने गीतों से मचाएंगे धमाल,विधायक भरत चौधरी ,महावीर पंवार भी करेंगे शिरकत

नीलम कैन्तुरा देहरादून

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जखोली- देश के साथ उत्तराखण्ड में भी शिव रात्री की तैयारी जोर-शोर से चल रही हैं। जगह- जगह शिवालयों को सजाया जा रहा है। जनपद रुद्रप्रयाग में भी शिवरात्रि के तैयारी धूम धाम से की जा रही है। इसी के तहत रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लाक के अंतगर्त पट्टी बांगर के गेंठाणा गांव में घंडियाल जन जागरण समिति के सौजन्य से आठवें वार्षिक मेले का दो दिवसीय आयोजन आज से शुरु हो गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ जखोली ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल और जिला पंचायत सदस्य द्वारा किया गया। दो दिवसीय मेले का शुभारंभ बांगर पट्टी के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम नाटक और श्री गणेश वंदना से किया गया। मेले में विशिष्ट अतिथि कांग्रेस के जिला अध्यक्ष कुंवर सिंह सजवाण,ज्येष्ठ प्रमुख नागेंद्र पंवार,कनिष्ठ प्रमुख कविन्द्र सेमवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेस ईश्वर सिंह बिष्ट, राजेन्द्र प्रसाद सेमवाल,मोहित ड़िमरी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुरेंद्र सकलानी, सामाजिक कार्यकर्ता चिरजीव प्रसाद सेमवाल, सरवीर सिंह मेंगवाल, संजय सेमवाल जगदीश पंवार के अलावा कई विद्यालयों के प्रधानाध्यपकों और शिक्षकों ने मेले में शिरकत की।


कल महाशिवरात्री के अवसर पर चर्चित गायक रोहन भारद्वाज और करिश्मा शाह अपनी प्रस्तुति देंगे। साथ ही कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे। वहीं रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी,कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। भाजपा के जिलाध्यक्ष महावीर सिंह पंवार, विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत रुद्रप्रयाग की अध्यक्ष अमरदेई शाह ,पूर्व ब्लॉक प्रमुख जखोली राजकुमारी रावत, जखोली भाजपा मंडल अध्यक्ष धूम सिंह राणा, कुलेन्द्र सिंह राणा, सम्पूर्णा नंद सेमवाल,भूपेंद्र सिंह भंड़ारी, बलवंत सिंह रावत, संजयपाल नेगी अपनी गरिमामय उपस्थिति दर्ज करेंगे। घण्ड़ियाल जनजागरण समिति के अध्यक्ष सज्जन सिंह मेंगवाल ने रैबार पहाड़ को बताया की पिछले आठ सालों से मेले का भव्य आयोजन हो रहा है, जिसमें बांगर पट्टी के अलावा कई गांव के लोगों का बड़ा सैलाब उमड़ता है। इस मेले की सबसे बड़ी पहचान है कि यह मेला हर वर्ष शिवरात्री के दिन लगता है। उन्होंने बताया कि जहां यह मेला लगता है वहां धार्मिक मछलियां भी हैं और विशाल मैदान है जो राज्य वृक्ष बूरांश के पेड़ों से घिरा हुआ है।

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