देहरादून। देहरादून में गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहे बेरोजगार नौजवानों पर पुलिस ने जिस तरह से बर्बता की है उसका पूरे राज्य में विरोध हो रहा है। इस पर लगातार कांग्रेस पार्टी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री कांग्रेस के कद्दावर नेता हरक सिंह रावत ने युवाओं पर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के नौजवान सरकार से पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में जो भी भर्तीयां हो रही हैं उसमें इमानदारी, पार्दशिता और निष्पक्षता होनी चाहिए। ये सरकार की जिम्मेदारी है लेकिन सरकार की गलत नीतियों के कारण पेपर लीक हुए हैं। युवा पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार ने उन पर जिस तरह से लाठियां बजाने का काम किया है उन पर मुकदमें लगाए हैं, वो गलत है।
डॉ. हरक सिंह ने कहा की जिस सोच के साथ एक अलग राज्य उत्तराखण्ड मांगा था और इसके लिए हंसा धनाई, बेलमती चौहान, राजेश रावत समेत सैकड़ों आंदोलनकारियों ने अपना बलिदान दिया, इस सोच के साथ कि हमारा अपना उत्तराखण्ड बनेगा, हमारी सरकार बनेगी और युवाओं को रोजगार मिलेगा। लेकिन भाजपा सरकार ने जिस तरह से घोटाले पर घोटाले किए हैं और देवभूमि का नाम बदनाम किया है वह उत्तराखंड का दुर्भाग्य है।
डॉ. रावत ने कहा की मैं सरकार को चेतावनी देना चाहता हूं अभी तो नौजवानों ने अंगड़ाई ली है। उन्होंने कहा कि सरकार पूर्ण बहुमत होन की गलतफहमी में न रहे। आज नहीं तो कल उत्तराखण्ड की जनता जागेगी और भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकेगी।
डॉ. रावत ने कहा की उत्तराखण्ड में कांग्रेस का मजबूत होना, देश और उत्तराखण्ड के कांग्रेस नेताओं के लिए जरुरी नहीं है। बता दें कि डॉ. हरक सिंह रावत कांग्रेस के टिकट से हरिद्वार लोकसभा से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी में हैं और वह लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं।