“राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान का शुभारम्भ कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 30 जनवरी, 2023 को अपर सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में किया गया।
हमारे देश में अन्धता का प्रसार 0.360% है जिसमें से 66% व्यक्ति मोतियाबिन्द के ग्रसित है। राष्ट्रीय अन्धता नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत मोतियाबिन्द बैकलाग मुक्त किये जाने हेतु अगले तीन वर्षों में कुल 02 लाख 15 हजार के लक्ष्य को प्राप्त किया जाना है। इस उददेश्य से दिनांक 30 जनवरी, 2023 को राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम (एन०पी०सी०बी०) के अन्तर्गत राज्य को Cataract Blindnes Backlog Free (CHF) किये जाने हेतु “राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान का शुभारम्भ कार्यक्रम का आयोजन अपर सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में किया गया जिसमे जनपद स्तर से नेत्र शल्यक, दृष्टिनितिज्ञ एवं एनजीओ के प्रतिनिधियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया अभियान के अन्तर्गत राज्य के समस्त जनपदों एवं विकासखण्डों में स्क्रीनिंग कैम्प का आयोजन किया जायेगा एवं जिला चिकित्सालय / उप जिला चिकित्सालय में मोतियाबिन्द के आपरेशन किये जायेंगे वित्तीय वर्ष 2022-23 में मोतियाबिन्द आपरेशन का लक्ष्य 50800 रखा गया है।
डा0 सरोज नैथानी, निवेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखण्ड के द्वारा कार्यक्रम में लक्ष्यों को शतप्रतिशत पूर्ण करने पर जोर दिया गया एवं ब्लॉक स्तर पर लक्ष्यों की पूर्ति हेतु दृष्टिनितिज्ञ के द्वारा स्क्रीनिंग करने हेतु निर्देश दिये गये नेत्र सर्जन एवं दृष्टिनितिज्ञों के द्वारा जनपद स्तर पर बेहतर उपचार प्रदान किये जाने हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। राज्य को Cataract Blindness Backing Free (CBBF) किये जाने हेतु मंत्र शिविरों का आयोजन किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
उक्त कार्यक्रम में डा० सुनिता टम्टा, निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कलयाण उत्तराखण्ड, डा० यू०एस० कण्डवाल, अपर निदेशक (राष्ट्रीय कार्यक्रम) स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय उत्तराखण्ड, डा० एसके झा, संयुक्त निदेशक (नेत्रोपचार) स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय एवं डा० अर्चना ओझा, प्रभारी अधिकारी (एम०पी०सी०बी०) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड