न्याय पंचायत ल्वारा के पंचायत प्रतिनिधियों एवं रेखीय विभाग कार्मिकों का ग्राम पंचायत विकास योजना (जी पी डी पी) विषयक दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम राजकीय इंटर कालेज ल्वारा में शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मुख्य प्रशिक्षक डॉ सुभाष चंद्र पुरोहित ने ग्राम पंचायत विकास योजना पर विस्तार पूर्वक विचार रखते हुए कहा कि सभी पंचायत प्रतिनिधियों को अपनी ग्राम पंचायत विकास योजना में सतत विकास लक्ष्यों को प्राथमिकता के साथ शामिल करना चाहिए। नो थीम जो कि गांव के विकास के साथ साथ आजीविका संवर्धन के लिए वरदान साबित होगी। 2030 से पूर्व S D G को हासिल करने के लिए बहुत जरूरी है कि पंचायत प्रतिनिधि सामाजिक संगठनों विभागीय कार्मिकों को साथ लेकर अपनी योजनाओं का निर्माण करें। ग्राम पंचायत विकास योजना निर्माण करते समय पंचायतों को हर वर्ग को साथ लेकर विचार विमर्श के पश्चात कार्यों को प्राथमिकता से सूचिबद्ध करके योजनाओं का निर्माण करना चाहिए। उन योजनाओं को श्रेष्ठता सूचि में शामिल करके सर्व प्रथम प्राथमिकता से गांव की विकास योजनाओं में शामिल करना चाहिए जो सबसे जरूरी और अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित कर रहे हों। डॉ किरन जयदीप ने बाल विकास, महिला विकास, ग्राम्य विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों की सहभागिता से इन विभागों की योजनाओं को गांव के हर जरूरतमंद तक पहुंचाने के लिए बृहद स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। उद्यान विभाग से प्रसार अधिकारी अरबिंद कुमार ने पोली हाउस, मधुमक्खी पालन, सघन बांगवानी, सब्जी उत्पादन सहित विभिन्न स्वरोजगार परक योजनाओं पर विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर रेशम कीट पालक विजय कुमार ने रेशम विभाग की स्वरोजगार परक योजनाओं पर विस्तार से अपने विचार रखे। कृषि विभाग से राजेश चौमियाल ने किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना सहित विभिन्न विभागीय योजनाओं की प्रतिभागियों को जानकारी दी। इस अवसर पर न्याय पंचायत ल्वारा के ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान, वार्ड सदस्यों,आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न विभागीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।