पौड़ी। तहसील पौड़ी के एक गांव के समीप चरागाह में 22 साल पहले बनी मजार पर तहसील प्रशासन का बुलडोजर चल गया है। बताया गया कि मजार सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई थी।
किमोली के समीप चिलोली चरागाह में बनी मजार का संचालन वर्तमान में हरीश चंद्र बौड़ाई कर रहे थे। बीते 3 दिसंबर को विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी की अपनी निधि से मजार में टिन शेड बनवाए जाने के लिए दो लाख की संस्तुति की संस्तुति पत्र जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, हर तबके से विरोध के
स्वर उठने लगे। विहिप के जिलाध्यक्ष महेंद्र असवाल व महामंत्री मातंग मलासी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। इसके बाद विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी ने संस्तुति वापस ले लो।
बुधवार शाम नायब तहसीलदार पौड़ी हरेंद्र खत्री के नेतृत्व में प्रशासन की एक टीम किमोली पहुंची। जहां उन्होंने चिलोली चरागाह में बनी मजार को बुलडोजर से ध्वस्त करवाया। एनटी पौड़ी खत्री ने बताया कि मजार का निर्माण सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बीते 22 वर्ष पहले किया गया था। शासन-प्रशासन के निर्देश पर मजार को ध्वस्त कर दिया गया। एनटी खत्री ने कहा कि
अधिकारियों को भेज दी गई है। इस अवसर पर कानूनगो पीड़ी संजय नेगी, ध्वस्तीकरण की रिपोर्ट उच्च क्षेत्रीय राजस्व उपनिरीक्षक तारा चंद मौजूद रहे।
पौड़ी के चिल्लोली चरागाह में बनी मजार को ध्वस्त करते अधिकारी संद
राजस्व उप निरीक्षक गौरव लिंगवाल, कुलदीप रावत, पंकज रावत आदि