नमिता बिष्ट
राजाजी टाइगर नेशनल पार्क से एक बाघिन पिछले 20 दिन से लापता है। बाघिन के गायब होने से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। विभाग ने सर्च के लिए चार टीमें बनाई हैं, जो पैदल, वाहन और हाथियों पर सवार होकर बाघिन की तलाश में जुटी हुई है। दरअसल बाघों का कुनबा बढ़ाने के लिए उत्तराखंड में पहली बार टाइगर ट्रांसलोकेशन किया गया। कार्बेट नेशनल पार्क से दिसंबर 2020 में बाघिन और जनवरी 2021 में बाघ को लाकर राजाजी पार्क की मोतीचूर रेंज में छोड़ा गया था। जहां लगातार इनकी निगरानी की जा रही थी, लेकिन 20 सितंबर से इस बाघिन की लोकेशन कहीं नहीं मिल रही है। विभाग अब टीमें बनाकर बाघिन की तलाश कर रही है। इस मामले में विभाग की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि उसके गर्भवती होने की भी संभावना है।
रेडियो कॉलर से लोकेशन मिलना बंद
बता दें कि कार्बेट नेशनल पार्क से जब बाघ और बाघिन को राजाजी नेशनल पार्क लाया गया था, तब दोनों के गले में रेडियो कॉलर लगाए गए थे। बाघ ने बाड़े से निकलते वक्त ही कॉलर तोड़ दिया था। मगर बाघिन का रेडियो कॉलर लगा था और यह काम करता रहा। करीब छह माह बाद कॉलर से लोकेशन मिलना बंद हो गया। विभागीय सूत्रों ने बताया कि रेडियो कॉलर की बैटरी हर छह महीने में बदली जाती है, लेकिन इस बाघिन के कॉलर की बैटरी नहीं बदली गई। इस कारण कॉलर ने काम करना बंद कर दिया