इस साल साहित्य के नोबेल पुरस्कार का ऐलान हो गया है। फ्रेंच लेखिका एनी एनॉक्स को 2022 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। पिछले साल साहित्य में नोबेल पुरस्कार तंजानिया में जन्मे ब्रिटिश उपन्यासकार अब्दुलराजाक गुरनाह को दिया गया था। वह 1986 के पुरस्कार विजेता वोले सोयिंका के बाद से पुरस्कार जीतने वाले दूसरे अश्वेत अफ्रीकी लेखक थे और 1993 के पुरस्कार विजेता टोनी मॉरिसन के बाद से चौथे अश्वेत लेखक थे।
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लेखन एक राजनीतिक कार्य
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फ्रेंच लेखिका एनी एर्नॉक्स का जन्म साल 1940 में हुआ था और वे नॉरमैंडी के छोटे से शहर यवेटोट में पली-बढ़ीं। एनी का मानना है कि लेखन एक राजनीतिक कार्य है, जो सामाजिक असमानता के लिए हमारी आंखें खोलता है। इस उद्देश्य के लिए वह भाषा को ‘चाकू’ के रूप में इस्तेमाल करती हैं। नोबेल कमेटी ने कहा कि एनी लेखन की मुक्ति शक्ति में विश्वास करती हैं। उनका काम तुलना से परे है और साधारण भाषा में लिखा साफ-सुथरा साहित्य है।
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दो बार रुका साहित्य का नोबेल
दरअसल साल 1901 से नोबेल पुरस्कार की शुरुआत की गई थी। इसके 119 साल के इतिहास में दो बार ऐसा हुआ जब साहित्य के क्षेत्र में दिया जाना वाला ये पुरस्कार किसी को नहीं दिया गया। साल 1943 में इसे दूसरे विश्व युद्ध के दौरान पहली बार ऐसा हुआ कि साहित्य के नोबेल से किसी शख्स को नहीं नवाजा गया। इसके बाद ऐसा मौका साल 2018 में आया था। तब ये स्वीडिश अकादमी की ज्यूरी सदस्य कटरीना के पति और फ्रेंच फोटोग्राफर जेन क्लोड अरनॉल्ट पर यौन शोषण के आरोप की वजह से नहीं दिया गया था।
इन वैज्ञानिकों को मिला है कैमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार
वहीं कैमिस्ट्री में इस साल का नोबेल पुरस्कार कैरोलिन आर बर्टोज्जी, मोर्टन मेल्डल और के. बैरी शार्पलेस को समान भागों में ‘अणुओं के एक साथ विखंडन’ का तरीका विकसित करने के लिए प्रदान किया गया है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के महासचिव हैंस एलेग्रेन ने बुधवार को स्वीडन के स्टॉकहोम में करोलिंस्का इंस्टीट्यूट में विजेताओं की घोषणा की। उनके काम को क्लिक रसायन और बायोऑर्थोगोनल प्रतिक्रियाओं के रूप में जाना जाता है।