सहकारिता मंत्री डॉ. रावत आज उत्तराखंड सहकारी संघ की आम बैठक एजीएम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि यूसीएफ ने 562 करोड़ रुपए का साल भर में कारोबार किया है, जिसमें उनका 4.49 करोड़ रुपए का प्रॉफिट है। उन्होंने कहा कि इस कारोबार को 1000 करोड़ रुपए तक बढ़ाया जाए।
सहकारिता मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि, यूसीएफ कार्य दायी संस्था के रूप में विधायक निधि और सांसद निधि का भी काम करें। उन्होंने कहा 4 करोड़ रुपए यूसीएफ को स्वयं की विधायक निधि के कार्यो को कराने के लिए दिये थे। यूसीएफ धान खरीद के साथ-साथ प्रदेश के प्रमुख कार्यदाई संस्था बने।।इस पर फोकस करें कि, रानीखेत और हल्दुचौड़ में किस तरह से यूसीएफ की खाली जमीनों पर व्यवसाय बढ़े। यूसीएफ अपने गोदामों में सीसीटीवी लगाये और गोदामों की क्षमता बढ़ाएं। कोपरेटिव मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि साढे 5 साल में उत्तराखंड सहकारिता विभाग ने ऊंचाइयां छूई है। मंत्री ने कहा कि जब हमने सहकारिता विभाग संभाला था तब कॉपरेटिव बैंक ₹ 56 करोड़ घाटे में थे आज साढ़े पांच साल में 150 करोड़ रुपए प्रॉफिट में चल रहे हैं। 80% एमपैक्स प्रॉफिट में हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार सहकारिता में आईबीपीएस से बैंकों में भर्ती कराई गई है। मंत्री ने यूसीएफ के पदाधिकारियों से अपील की कि वह उत्तराखंड में टीवी मरीजों को गोद लें, उनकी देखभाल करें।
इस मौके पर यूसीएफ के चेयरमैन मातबर सिंह रावत ने कहा कि यूसीएफ पहाड़ी क्षेत्रों से पर्वतीय क्षेत्रों के उत्पादों को खरीद कर संघ की ब्रांडिंग एवं पैकेजिंग कर विक्रय का कार्य कर रहा रहा है। जिससे किसानों को उचित मूल्य प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि जसपुर की स्थित भूमि के न्यायालय से बाहर आपसी सहमति से निस्तारण किया जा रहा है।
राजमा, उड़द, अदरक, गहत की दालों की ब्रांडिंग का कार्य गतिमान है। यूसीएफ व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ा रहा है। 350 कर्मचारी 20 साल से अपने संस्थान का व्यवसाय बढ़ा रहे हैं
इस मौके पर निदेशक उमेश त्रिपाठी राजेंद्र सिंह नेगी, विजय संत्री, दीपक चौहान, हृदेयश सिंह, आदित्य चौहान, शिव बहादुर सिंह, नरेंद्र सिंह, पीतांबर राम, गीता नौटियाल, कपिल कांता, कमलावती, एमडी रमिन्द्री मंद्रवाल, प्रबंधक त्रिभुवन सिंह रावत सहित पूरे प्रदेश से उत्तराखंड सहकारी संघ के आए डेलीगेट शामिल हुए।