विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने चम्पावत जनपद के पाटी ब्लॉक के राजकीय विद्यालय की घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दे दिए हैं। इसके अलावा मंत्री धन सिंह रावत न प्रदेशभर में जर्जर हो चुके विद्यालयी भवनों का जनपदवार सर्वे कर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने के निर्देश उच्चाधिकारियों को दिये हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सके।
बता दें कि बुधवार को चम्पावत जिले की पाटी ब्लॉक स्थित प्राथमिक विद्यालय मौनकांडा में शौचालय की छत गिरने से एक छात्र की मृत्यु हो गई थी। इस घटना पर विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दुःख व्यक्त करते किया। साथ ही शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने सचिव शिक्षा रविनाथ रमन को भविष्य में इस तरह की घटना रोकने के लिये प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेशभर में जीर्ण-शीर्ण विद्यालयी भवनों का सर्वे करा कर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। साथ ही जिन भवनों नें मरम्मत की जरूरत है, उनकी डीपीआर तैयार कर जल्द शासन को प्रस्ताव भेजा जाए।
विभागीय मंत्री के निर्देश के बाद अधिकारियों ने मामले का त्वरित संज्ञान लेते हुए बुधवार को ही समस्त मुख्य शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज कर जीर्ण-शीर्ण भवनों के ध्वस्तीकरण के निर्देश जारी कर दिये। विभागीय की ओर से महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी ने अपने आदेश में प्रदेशभर के जीर्ण-शीर्ण भवन जो निष्प्रयोज्य हो चुके भवनों का चिन्हिकरण कर ध्वस्त करने और ऐसे भवनों का उपयोग न करने को कहा है। ऐसे भवनों को आपदा की श्रेणी में मानते हुए तत्काल ध्वस्तीकरण करने को कहा गया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटना को रोका जा सके। महानिदेशक ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि इससे पूर्व भी समय-समय पर जर्जर भवनों को उपयोग में न लाने के निर्देश दिये जाते रहे हैं इसके बावजूद इस तरह की घटनाएं घटित होना कहीं न कहीं विद्यालय प्रशासन की लापरवाही प्रतीत होती है। उन्होंने पत्र में छात्र-छात्राओं को सुरक्षित भवनों में बिठाने और विद्यालय परिसर में स्थित पेड़, बिजली की तार व ट्रांसफार्मर से छात्रों को दूर रखे जाने के निर्देश भी जारी किये हैं।