चम्पावत। रहस्यमयी तरीके से गायब हुए चम्पावत के एसडीएम सदर अनिल चन्याल की शिमला में होने की सूचना मिली है। कोतवाल योगेश उपाध्याय ने बताया कि एसडीएम सदर अनिल चन्याल के शिमला होने की पुष्टि हुई है।
बता दें कि लापता एसडीएम सदर अनिल चन्याल की खोजबीन के लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर है। उनकी तलाश को एसपी ने चार टीमों को लगाया है। जिसमें लोकल पुलिस के अलावा एसडीआरएफ, एसओजी और आपदा की टीमें शामिल हैं। इसके अलावा जिले के सभी कोतवाली, थानों और चौकी प्रभारियों को अलर्ट जारी किया है। डीआईजी कुमायूं भी स्थानीय पुलिस से लगातार अपडेट ले रहे हैं।
गौरतलब हो कि चंपावत सदर के एसडीएम अनिल चन्याल रहस्यमयी तरीके से गायब हो गए। आवास और कार्यालय में मौजूद न होने के कारण प्रशासन की ओर से सोमवार शाम कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज करा दी गई है। बताया जा रहा है कि वह सोमवार की सुबह से अपने कार्यालय और आवास में नहीं हैं। एसडीएम कार्यालय में तैनात कर्मचारियों को भी उनकी जानकारी नहीं है। उनके कार्यालय में तैनात पीआरडी जवान ने उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई। यहां कलेक्ट्रेट में होने वाली बैठकों में भी उनके द्वारा प्रतिभाग नहीं किया गया। एसडीएम के लापता होने से जिला प्रशासन के साथ पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस उनकी खोजबीन में जुट गई है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इतना नहीं उनके फोन की भी सर्विलांस की मदद से जांच की जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि उनके फोन पर किन-किन लोगों के फोन आए थे। बताया जा रहा है कि वे अपने कमरे में एक पत्र छोड़ गए थे। जिसमें उिन्होंने पिछले दिनों आपदा को लेकर मिले सरकारी फोन को आपदा विभाग में जमा कराने की बात लिखी है।
एसडीएम के लापता होने की सूचना मिलने पर कुमाऊं कमिश्नर ने भी मामले को गंभीरता से लिया और डीएम चम्पावत से फोन पर जानकारी हासिल की और गुमशुदगी दर्ज कराने के निर्देश दिए। जानकारी के मुताबिक आज सुबह उनका स्टाफ एसडीएम को लेने पहुंचा तो एसडीएम नहीं मिले। कार्यलय में बीते दो दिनों लगातार अवकाश था। मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिश्नर कुमाऊं दीपक रावत ने डीएम चम्पावत को सर्विलांस की मदद लेने व सीसीटीवी कैमरे चेक कराने के निर्देश दिए।
देर शाम तक एसडीएम का कोई सुराग नहीं लग सका है। परेशान परिजनों का भी पुलिस को लगातार फोन आ रहा हैं। पुलिस प्रशासन ने दावा किया है कि लापता एसडीएम को हरहाल में ढूंढ लिया जाएगा। एसपी देवेन्द्र पींचा ने बताया है कि उनके सरकारी और निजी वाहन घर में ही खड़े मिले हैं। वे सुबह ऑफिस के लिए निकले थे। लेकिन नहीं पहुंचे। उनके काफी लंबे समय तक ऑफिस न पहुंचने और कोई संपर्क न होने पर उनकी गुमशुदगी दर्ज की गई है। वहीं उनकी खोज के लिए पुलिस प्रशासन की चार टीमें लगी हैं।