देहरादून:- वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ, डॉ. (मेजर) गौरव मुखीजा एंव मेदांजली हेल्थकेयर बद्रीपुर के संयुक्त तत्वावधान में विभिन्न स्कूलों में निशुल्क ग्रोथ गाँनीटिरिंग एंव स्क्रीनिंग ड्राइव का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान की शुरुवात 6 सितम्बर को राजकीय प्राथमिक विद्यालय अजबपुर खुर्द में बच्चों में पोषण से सम्बन्धित कमियों की पहचान के लिए स्क्रीनिंग शिविर आयोजित कर की गई। इस श्रृंखला में 8 सितम्बर से सौभाग्यम इन्टरनेशनल स्कूल नवादा मे भी शिविर की शुरुवात की गई, जिसमे आने वाले चार दिनों तक स्कूल के प्री प्राइमेरी से कक्षा 12 के लगभग 450 बच्चों की समग्र ग्रोथ माप कर की जायेगी।
शिविर में बच्चों की लंबाई एंव वजन की माप करके वैज्ञानिक तरीकों से डब्लू एच. ओ एंव इंडियन एकेडमी आफॅ पीडियाट्रिक्स के ग्रोथ चार्टस की मदद से बच्चों के ग्रोथ पेटर्न का अवलोकन किया जाता है। इसके साथ ही शिविर में निशुल्क ग्रोथ रिर्पोट्स, निशुल्क पोषण परामर्श, एनीमिया की स्क्रीनिंग और अन्य पोषण सम्बन्धित कमियों के बारे में परीक्षण किया जाता है। जिसके बाद इस ग्रोथ रिर्पोट्स के आधार पर एक निशुल्क चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा मेदांजली हेल्थकेयर बद्रीपुर एंव नालन्दा हेल्थकेयर डिफेन्स कालोनी के द्वारा प्रदान की जा रही है।
वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. (मेजर) गौरव मुखीजा ने बताया कि हमारी टीम अधिक से अधिक स्कूलों में इस तरह की निशुल्क ग्रोथ मॉनीटिरिंग ड्राइव का आयोजन करने जा रही है, ताकि हमें पोषण की कमी से होने वाले रोगों का सही समय पर पता लग सकें और उनका उचित निदान किया जा सकें। डा० (मेजर) गौरव मुखीजा ने यह भी बताया कि अभिवावक अपने बच्चें के दिन प्रतिदिन की स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में तो जागरुक रहते हैं परंतु बच्चों के कुपोषित रहने के बारे में उतने गंभीर नहीं होते। जिसके दीर्धकालिक परिणाम तब सामने आते हैं जब बच्चा बड़ा हो जाता है और ऐसी स्थिति में उसका उपचार करना काफी दुष्कर होता है।
मेदांजली हेल्थकेयर के फाउन्डर सुरेन्द्र नैथानी ने सभी स्कूलों से अपील की है कि वह सब सीनियर बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. (मेजर) गौरव मुखीजा की सकारात्मक वैज्ञानिक पहल को आगे बढ़ाने में अपन हर संभव सहयोग करें। जिससे बच्चों में पोषण से सम्बन्धित कमियों की पहचान एंव निदान समय पर हो सकें।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने पार्षदों के साथ प्रेस वार्ता कर भर्ती घोटाले में हुऐ आर्थिक लेन देन के अंदेशे को देखते हुए जल्द से जल्द सीबीआई व प्रवर्तन निदेशालय की जांच करने की मांग की।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि विधानसभा में बैक डोर की भर्ती को विपक्ष सहित सत्ता पक्ष के लोग भी ग़लत मान रहे हैं लेकिन हमें ये अंदेशा है कि इस भर्ती में कहीं ना कहीं बहुत बड़े स्तर पर आर्थिक लाभ लेने के लिए ये भर्तियाँ की गई है और हमें इस बात का अंदेशा इसलिये है कि पूर्व में हमारे युवा कांग्रेस के साथी अभिनव मलिक ने एक जनवरी 2022 को प्रेस व सोशल मीडिया के माध्यम से इन नियुक्तियों के होने की अग्रिम सूचना दी वो भी नामों को उजागर करके जबकि भर्ती को वित्तीय संस्तुति 30 मार्च 2022 को वित्तीय मंत्री बनते ही प्रेमचन्द अग्रवाल ने दी और इस पर मुख्य रूप से हम आर्थिक लाभ लेने की बात इसलिये भी कर रहे हैं कि मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल के परिवार वालों के नाम चुनाव से कुछ माह पूर्व व चुनाव के कुछ माह बाद करोड़ों रूपये की सम्पत्ति की ख़रीद की गई ऐसी कौन सी लाटरी लगी कि विधानसभा जैसे बड़े चुनाव लड़ने के पूर्व व तुरंत बाद करोड़ों रूपयों की सम्पत्ति कहॉं से और कैसे ख़रीदी गई, हमें लगता है कि कहीं ना कहीं यह सम्पत्तियाँ विधानसभा की भर्तियों की एवज़ में ली गई है ।
रमोला ने बताया कि सबसे बड़ी बात ये है कि विवादित खसरा संख्या 279/1 भरत विहार में तत्कालीन उपजिलाधिकारी द्वारा मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल के बेटे पीयूष अग्रवाल को अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया और तो और नगर निगम में भी सम्पत्ति को दर्ज करवाया गया जबकि वर्षों से वहाँ रहने वाले परिवारों को आज तक ये सुविधा नहीं दी गई ये भी जाँच का विषय है ।
रमोला ने कहा कि हम मंत्री की बर्ख़ास्तगी के साथ साथ माननीय सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में सीबीआई की जाँच व प्रवर्तन निदेशालय की जाँच माँग करते हैं ताकि ये भर्ती के दौरान ली गई सम्पत्तियों की निष्पक्ष जाँच हो सके, क्योंकि ये हमारे उत्तराखंड के युवाओं के साथ छल करने का काम किया गया है हम विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी से भी माँग करते हैं कि आप पूर्णत: निष्पक्ष जांच करें और दोषियों पर कार्यवाही करें अन्यथा हमें उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ेंगी ।
युंका नेता एडवोकेट अभिनव सिंह मलिक ने कहा कि मैंने जनवरी के माह में पहले ही प्रेस के माध्यम से बताया था कि तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा गुप चुप तरीके से नियुक्तियां की जाने वाली है परन्तु उस वक्त सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया और बैक डोर से भर्ती की गई इसलिये विधानसभा में जो भी भर्ती बैक डोर से की गई हैं उन्हें जल्द से जल्द निरस्त की जाएं और प्रदेश के युवाओं को नौकरी दी जाएं । अन्यथा युवाओं सड़को पर उतरकर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे ।
प्रेस वार्ता में पार्षद राकेश सिंह, पार्षद देवेन्द्र प्रजापति, पार्षद शकुन्तला शर्मा, पार्षद भगवान सिंह, पार्षद अजीत सिंह गोल्डी मौजूद थे ।