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Big breaking:यूपी का केन्द्रपाल बना नकल पाल, पेपर लीक कर खूब बटोरा माल: एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में हुए पेपर लीक मामले को लेकर एसटीएफ द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है, पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामला में एसटीएफ लगातार कड़ियों से कड़ी जोड़ते हुए आज पेपर लीक मामले में 24वीं गिरफ्तारी की है तथा अभी और कड़ियों को जोड़ने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आने वाले समय में कुछ और लोग एसटीएफ के निशाने पर रहेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पेपर लीक मामले को गंभीरता से लेते हुए एसटीएफ को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद अब कार्रवाई और तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश के धामपुर नकल सेंटर का केंद्र बिंदु केंद्रपाल निवासी धामपुर से एसटीएफ ने गहन पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।

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एसटीएफ के रडार पर उत्तर प्रदेश के अन्य नकल माफिया

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उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का नकल माफिया का गंठजोड़ उत्तराखंड के सरकारी नौकरियों के सौदागरों का कनेक्शन हाकम सिंह, चंदन मनराल, जगदीश गोस्वामी, ललित से जुड़ा था तथा इनके गहरे संबंध सरकारी नौकरी भर्ती घोटाले में थे। जिसके बाद एसटीएफ लगातार जांच पड़ताल में जुटी हुई थी। केंद्रपाल अपने विभिन्न संपर्क के माध्यम से डील किया करता था। इसकी व्यवस्था मोटी रकम लेकर की जाती थी। अब एसटीएफ उत्तराखंड के रडार पर उत्तर प्रदेश के अन्य नकल माफिया गंठजोड़ पर है जिनकी तह तक जल्दी पहुंचने और पूरे गैंग की अंतिम कड़ी का पर्दाफाश शीघ्र होने की उम्मीद एसटीएफ ने जताई है।


केंद्रपाल ने बिजनौर की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में किया था सरेंडर


आपको बता दें कि एसटीएफ की जांच में बार-बार धामपुर का कनेक्शन हाकम के साथ जुड़ रहा है। इस क्षेत्र के कुछ नकल माफिया भी एसटीएफ के रडार पर हैं। धामपुर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सीमा पर पड़ता है। लिहाजा यहां के नकल माफिया दोनों प्रदेशों की परीक्षाओं में नकल कराने माहिर हैं। आयोग की इस परीक्षा में हाकम सिंह ने भी अपने इन्हीं साथियों के साथ मिलकर धामपुर में नकल का सेंटर बनाया था। इस सेंटर पर दर्जनों अभ्यर्थियों को ले जाकर नकल की तैयारी कराई गई। धामपुर के एक कनेक्शन में केंद्रपाल नाम भी सामने आ रहा था। एसटीएफ उसकी तलाश में एक सप्ताह से भी अधिक समय से जुटी थी। इसी बीच खबर आई कि केंद्रपाल ने बिजनौर की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। ऐसा उसने एसटीएफ के हाथों गिरफ्तार होने से बचने के लिए किया था। बताया जा रहा है कि उसके ऊपर कई मुकदमे पहले भी चल रहे हैं। जिनमें उसके खिलाफ वारंट भी जारी हो चुके हैं। इन्हीं में से एक मामले में उसने जमानत तुड़वाकर सरेंडर किया था।


नकलची अभ्यर्थी कर रहे एसटीएफ से बचने का प्रयास


साथ ही आपको बता दें कि मामले में अब तक कई अभ्यर्थी एसटीएफ से सामने बयान दर्ज करा चुके हैं। इनकी नकल में संलिप्तता नहीं बताई जा रही है, जबकि 60 से अधिक अभ्यर्थियों की नकल करने में तस्दीक हो चुकी है। इनमें से कई के बयान एसटीएफ दर्ज कर चुकी है। अब भी बहुत से अभ्यर्थी ऐसे हैं जो एसटीएफ के सामने नहीं आ रहे हैं। एसटीएफ एसएसपी कई बार इस संबंध में अपील कर चुके हैं। यदि अब भी वह एसटीएफ से बचने की कोशिश करेंगे तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।

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