उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में आरोपियों की धरपकड़ के साथ ही अब तक 83 लाख रुपए की बरामदगी भी की जा चुकी है। इसके अलावा भी रुपयों की हेर-फेर को सामने लाने के लिए मामले में अब ईडी जांच कर सकती है। क्योंकि अभी तक गिरफ्तार किए गए कुछ आरोपियों के पेपर लीक मध्यम से काफी संपति अर्जित करने के मामले सामने आए हैं। जिसको देखते हुए मामले में एफआईआर के साथ प्रारंभिक रिपोर्ट ईडी को भेजी जा रही है। इसके साथ ही आगे भी अवैध संपति को लेकर सभी जानकारी केंद्रीय एजेंसी से साझा की जाएगी।
दरअसल उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में नकल माफियाओं की जानकारी अब केंद्रीय एजेंसियों से भी जानकारी साझा की जाएगी। बता दें कि मामले में मजबूत कानूनी शिकंजा कसने के लिए एसटीएफ ने न्यायालय में अब तक पंद्रह अहम गवाहों के बयान दर्ज कराए हैं। साथ ही गवाहों के बारे में जानकारी गोपनीय रखी गई है।