फिर गुटबाजी की शिकार हुई कांग्रेस, राष्ट्रपति चुनाव में सेंधमारी करने में कामयाब रहे सीएम धामी
द्रोपदी मुर्मू भारत की 15वीं राष्ट्रपति के तौर पर चुनी गई हैं। उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को मात देकर बड़े अंतर से राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की है, जिसके बाद मुर्मू देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बन गई हैं। उत्तराखंड से भी द्रोपदी मुर्मू को बड़ी संख्या में वोट मिले हैं। लेकिन चौंकाने बात ये रही कि उत्तराखंड में मुर्मू को 50 के बजाय 51 वोट पड़े हैं। क्रॉस वोटिंग की खबर के बाद अब प्रदेश में कांग्रेस के नेताओं से जवाब तलब किए जा रहे हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी कांग्रेस में सेंध लगाने में कामयाब रहे हैं। सीएम धामी की अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने की अपील ने बखूबी काम किया और कांग्रेस के एक विधायक ने पाला बदलते हुई भाजपा प्रत्याशी को वोट दे दिया, जबकि दूसरे विधायक का वोट गलत तरीके से मतदान करने पर अमान्य हो गया। कांग्रेस समर्थित विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को महज 15 विधायकों के ही वोट मिले जबकि राज्य के 19 कांग्रेस विधायकों में मतदान के दिन 17 विधायकों ने वोट डाला था। क्रॉस वोटिंग की वजह से कांग्रेस में खासी हलचल है। वहीं मुख्यमंत्री ने भी चुटकी लेते हुए कहा कि अन्तरात्मा की आवाज से सबने वोट दिया। उन्होंने सभी का धन्यवाद भी किया। उधर, कांग्रेस के अंदर मची हलचल के बीच यह सवाल राजनीतिक हलकों में तैर रहा है कि आखिर क्रॉस वोटिंग करने वाला वो एक विधायक कौन है? वहीं इसको लेकर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसोनी ने कहा है कि यह जांच का विषय है की आखिर किसने पार्टी के विरुद्ध वोटिंग की।