जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का है मामला
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के खिलाफ 14 सदस्यों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार को फैसला होना था, इसके लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा जिला पंचायत सभागार में विशेष बैठक आमंत्रित की गई थी। बताया जा रहा था कि प्रस्तावि इस बैठक में वोटिंग होने की संभावना थी और फैसले पर मुहर लग सकती थी। किंतु बहुमत से अपने को दूर देखते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने शुक्रवार सांय जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को अपना इस्तीफा सौंपना ही बेहतर समझा।
आज सांय जिलाधिकारी को सौंपा जिपंअ ने इस्तीफा
अब, शनिवार को होने वाली बैठक का ज्यादा महत्व नहीं रह गया है हालांकि बैठक होगी या नहीं इस पर भी जिलाधिकारी ही फैसला लेंगे। बताते चलें कि बीते 4 जून की सांय जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी के नेतृत्व में जिपं के 14 सदस्यों ने हस्ताक्षर युक्त शपथ पत्र जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को सौंप कर जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी। ज्ञापन में सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर मनमाने ढंग से काम करने का आरोप लगाया है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्तियां, यात्रा व्यवस्थाओं में कई कार्य मनमाने ढंग से करने सहित कई आरोप लगाए। इसके बाद जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के सम्मुख सभी 14 सदस्यों के हस्ताक्षर का फिजिकल वैरिफिकेशन किया गया। जबकि 2 जुलाई को कल शनिवार को इस पर जिलाधिकारी द्वारा विशेष बैठक बुलाई गई थी। किंतु इससे पहले ही शुक्रवार सांय जिला पंचायत अध्यक्ष ने इस्तीफा सौंपकर अविश्वास प्रस्ताव पर मुहर लगने से पहले ही इस्तीफा दे दिया। 18 सदस्यों की जिला पंचायत रुद्रप्रयाग में 14 सदस्य अध्यक्ष से काफी नाराज है। बीते 28 दिनों से जिपं के 14 सदस्य गोपनीय स्थान पर थे, जहां उनसे सम्पर्क नहीं हो पा रहा था। इधर, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने इस्तीफे का कारण पारिवारिक व्यस्थता एवं अस्वस्थता बताई है।