घनसाली, टिहरी
राज्य की लड़ाई में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले टिहरी जनपद के वरिष्ठ पत्रकार मुकेश पंवार अब हमारे बीच नहीं रहे। मात्र 44 साल की उम्र में अचानक ह्रदयघात होने से मुकेश पंवार का यूं चला जाना सभी के लिए अपूर्णीय क्षति है।
टिहरी जनपद के अखोड़ी गांव में जन्मे मुकेश पंवार उत्तराखंड राज्य आंदोलन में आंदोलन के नायक और उत्तराखंड के गांधी स्व० इंद्रमणि बडोनी के साथ सक्रिय भूमिका में रहे लेकिन उत्तराखंड सरकार उन्हें आंदोलनकारी घोषित नहीं कर पाई । जबकि पत्रकारिता के क्षेत्र में मुकेश पंवार टिहरी जनपद में जी मीडिया के वरिष्ठ पत्रकार थे ।
शनिवार दोपहर जब मुकेश अपनी पत्नी और बेटी के साथ ससुराल जा रहे थे तो रास्ते में अचानक अस्वस्थ होने से जखन्याली के पास उन्होंने गाड़ी रोक दी जिसके बाद उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी ले राहे लेकिन रास्ते में ही उन्होंने सांसें रोक दी और अस्पताल जाते-जाते डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
आपको बता दें मुकेश पंवार की एक बालिका है जो अभी सिर्फ 6 साल की है।
वहीं ग्रामीण करण घणाता ने बताया कि मुकेश कुछ दिन पहले पत्नी और बिटिया संग अपने पारिवारिक शादी समारोह के लिए गांव आये थे । वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न होने के पश्चात मुकेश अपनी ससुराल जा रहे थे लेकिन काल को ये मंजूर नहीं था और बीच रास्ते में ही अचानक उनकी सांसें रुक गई। जिसके तत्पश्चात ग्रामीणों ने उन्हें नजदीक पिलखी अस्पताल ले जाया परंतु डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जबकि आज रविवार को उनके पैतृक घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
वहीं मुकेश पंवार के अचानक चले जाने से संपूर्ण क्षेत्र, पत्रकारिता जगत, आंदोलनकारियों और समाजसेवी संगठनों में काफी शौक छा रखा है।


