स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने के लिए हरियाणा के हिसार हाथी में प्रसिद्ध संगीतकार विनोद गोल्डी द्वारा एक भावपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें एस.डी.एम. डॉ. जितेंद्र अहलावत ने अपनी पत्नी ज्योति अहलावत के के के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की केशव मेहता केशू ने शानदार मंच संचालित करते हुए लता जी का जीवन वृत्तांत बताया। इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में गायकों ने लताजी के गीत गाकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। सबसे पहले सिमरन ने लता मंगेशकर का गीत, ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी गाया तो माहौल भावपूर्ण हो गया। इसके बाद गढ़वाली लोक गायिका गीता नेगी ने लताजी के गढ़वाली गीत मन भरमै गई मेरू सुध बुद ख्वेगी से शुरुआत करके यारा सिली सिली बिरहासाथ विशेष रूप से कार्यक्रम » गढ़वाली लोक गायिका डॉ. अहलावत की पत्नी ज्योति में पहुंचकर लतादीदी के चित्र गीता नेगी, सिमरन व कर के कार्यक्रम की शुरुआत रिंकल ने गाए गीत
की रात का जलना और आ लग जा गले फिर ये हंसी रात हो न हो, की मोहक प्रस्तुति दी। रिंकल ने आपकी नजरों ने समझा प्यार के काबिल मुझे गीत की प्रस्तुति दी। इस मौके हरिंद्र नांगरू ने ए मेरे दिले नादां तू गम से न घबराना गीत .गाया। इस मौके पर एस.डी.एम. अहलावत ने प्रस्ताव रखा कि हांसी क्षेत्र की प्रतिभाओं को उभारने के लिए कार्यक्रमों की शुरुआत की जाए ताकि क्षेत्र की प्रतिभाओं का निखार हो, इस पर सभी ने मिलकर साथ चलने की बात कही। एस.डी.एम. डॉ. अहलावत ने कहा कि इसके बाद विशेष रूप से एक मंच का गठन करके कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा। प्रसिद्ध संगीतकार एवं कार्यक्रम के आयोजक विनोद गोल्डी ने सभी मौजूद मौजिज व्यक्तियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, इन्हें केवल तराशने और मंच की आवश्यकता है और अब इस कार्य को नए सिरे से शुरू किया जाएगा।