उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 14 फरवरी को मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो चुका है। जिसके बाद 632 उम्मीदवारों की किस्मत को ईवीएम में कैद कर दिया गया है। ईवीएम को त्रिस्तरीय कड़ी सुरक्षा के बीच प्रत्याशियों के प्रतिनिधि की उपस्थिति में सील कर स्ट्रांग रूम में रखा गया है। लेकिन मतदान के बाद ईवीएम को लेकर कांग्रेस अलर्ट मोड पर है। उत्तराखंड में कांग्रेस को डर है कि कहीं ईवीएम में गोलमाल न हो जाए। इसके लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता चुनाव परिणाम आने तक ईवीएम की निगरानी करेंगे। साथ ही कांग्रेस ने प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों और पार्टी के सभी उम्मीदवारों को ईवीएम की निगरानी पर ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि भाजपा का इतिहास संदिग्ध रहा है। भाजपा कुछ भी कर सकती है। वहीं चुनाव परिणाम आने तक लंबा समय है इसलिए सभी कार्यकर्ताओं को ईवीएम की निगरानी करना जरूरी है।बता दें कि जिन ईवीएम में मतदान हुआ है, उन्हें स्ट्रांग रूम में रखा गया है। स्ट्रांग रूम की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रखी गई है। स्ट्रांग रूम के बाहर पहला सुरक्षा चक्र सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स का रहेगा। दूसरे चरण में राज्य की पीएसी (आर्म्ड पुलिस फोर्स) तैनात रहेगी और सबसे बाहर वाले तीसरे चक्र में सिविल पुलिस तैनात रहेगी। स्ट्रांग रूम के बाहर परिसर में टीवी लगाया जाएगा, जिसमें स्ट्रांग रूम की गतिविधियों का सजीव प्रसारण होता रहेगा। यहां प्रत्याशियों के एजेंट इन्हें देख सकेंगे। प्रतिदिन निर्वाचन अधिकारी दूसरे चक्र तक जाकर स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जांच करेंगे। लेकिन वाबजूद इसके कांग्रेस को भाजपा पर भरोसा नहीं है। और कांग्रेस के कार्यकर्ता चुनाव परिणाम आने तक ईवीएम मशीन की निगरानी करेंगे।