यशपाल आर्य को उनके गढ़ में ही बताया दलबदलू नेता, जनता ने नकारा
अमित गिरि गोस्वामी उधमसिंहनगर
बाजपुर उत्तराखंड के बाजपुर में सर्व धर्म समाज के सैकड़ों महिलाएं और पुरुषों मंडी में एकत्र होकर हाथों में काले झंडे लेकर यशपाल आर्य वापस जाओ के जबरदस्त नारे लगाए गए काफिला एक स्थानीय गुरुद्वारे से होते हुए मेन रोड पर जमकर नारेबाजी हंगामा करते हुए राम भवन धर्मशाला में पहुंचा जब जनता ने हाथों में काले झंडे लेकर लिए हुए काफिले को देखा तो लोग कहने लगे यह ऐतिहासिक विरोध है कुलविंदर सिंह किंदा के काफिले के आगे भारी संख्या में पुलिस फोर्स चल रहा था सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स तैनात किया गया था राम भवन धर्मशाला में सभा को कई दिग्गज किसानों एवं राजनीतिक व्यक्तियों ने संबोधित किया सभी का एक ही कहना था कि बाहरी विधायक नहीं चाहिए हमको स्थानीय विधायक चाहिए हैं पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किन्दा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा यह तो मामूली सा एपिसोड है अभी तो इससे बड़ा एपिसोड आगे चलकर होना है बाकी उन्होंने कहा बाजपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता स्थानीय विधायक की मांग कर रही हैं उन्होंने ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि बाजपुर क्षेत्र की जनता इस बार किसी भी कीमत पर दल बदलू नेता को बर्दाश्त नहीं करेगी जबसे यशपाल आर्य भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए हैं तब से पूरे क्षेत्र की जनता यशपाल आर्य से नाराज है वही कुलविंदर सिंह किन्दा ने कहा कि मैं कोई नेता नहीं हूं क्षेत्र की जनता की आवाज को बुलंद करने का काम मेरे द्वारा किया जा रहा है।यशपाल आर्य कहते हैं बाजपुर उनकी कर्मभूमि है मैं उनको बताना चाहता हूं उनकी तो कर्म भूमि है लेकिन हमारी जन्मभूमि है !