सनातन धर्म की रक्षा के लिए संत समाज के द्वारा किया जा रहा है धर्म संसद का आयोजन, 3 दिन हरिद्वार में चलेगी धर्म संसद, भारी मात्रा में साधु संतों के धर्म संसद में पहुंचने की उम्मीद, अगले प्रधानमंत्री के रूप में संत देखना चाहते हैं योगी आदित्यनाथ जी को,
ऋषिकेश लक्कड़ घाट में स्तिथ ध्यान योग आश्रम में संतों द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें पत्रकारों को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी नरसिंहनंद जी ने बताया गया कि आज सनातन धर्म खतरे में है। जिस तरह मुस्लिम समुदाय के लोग लगातार अपनी जनसंख्या में बढ़ोतरी कर रहे हैं। वहीं सरकार द्वारा सनातन धर्म के लोगों को जनसंख्या वृद्धि पर लगाम लगाने के लिए सरकार द्वारा लगातार अनुरोध किया जा रहा है। इसी तरह मुस्लिम समुदाय के लोग जनसंख्या वृद्धि करते रहे, तो वह दिन दूर नहीं 20 29 में हिंदुस्तान की गद्दी पर कोई किसी अन्य समुदाय का प्रधानमंत्री काबिज होगा। सनातन धर्म को बचाने के लिए सभी धर्म गुरु और संतो के द्वारा हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है ।आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ जी को संत समाज की पहली पसंद के रूप में देख रहा है। संतों द्वारा बताया गया कि भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर बना दिया गया ।काशी में विश्वनाथ मंदिर बना दिया गया। लेकिन इन मंदिरों को बनाने का क्या फायदा ।जब हिंदू
सुरक्षित नहीं है ।लव जिहाद की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है ।जिस पर यदि लगाम नहीं लगाई गई तो हिंदुओं का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। इसको रोकने के लिए धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है ।धर्म संसद 3 दिन चलेगी। जिसमें अलग-अलग राज्यों से भारी मात्रा में धर्मगुरु और साधु-संतों की पहुंचने की संभावना है।