जखोली किसान विकास मेला बना राजनीति का अखाड़ा-
जखोली- विकासखण्ड जखोली मुख्यालय में पांच दिवसीय कृषि औद्यानिक एवं पर्यटन विकास मेले का शुभारंभ नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने किया … और मेले में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तूति दी गई…लेकिन जब से जखोली के ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल बने तब से ये मेला लगातार विवादों में मैं रहा और उनके पहले कार्यकाल में कृषि विकास मेले में स्थानीय कलाकारों का उपेक्षा का आरोप लगा था लेकिन इस बार थपलियाल ने आस्थानीय ने कलाकारों को मौका दिया लेकिन अपनी पार्टी कांग्रेस के टिकट के प्रमुख दावेदारों को मेले की पोस्टर बैनर हो से गायब कर दिया इसमें सबसे पहला बड़ा नाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जखोली ब्लॉक के दो बार प्रमुख और पांच बार विधायक रह चुके वरिष्ठ कांग्रेस नेता मातबर सिंह कंडारी , पूर्व जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेस के प्रत्याशी रह चुके वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरेंद्र बुटोला पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख रह चुकी वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री सुश्री लक्ष्मी राणा और युवा नेता अंकुर रौथाण गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर के पूर्व अध्यक्ष और जिला भेषज एवं सहकारी विकास समिति के पूर्व जिलाध्यक्ष का नाम पोस्टर बैनरों से गायब हैं। इससे कांग्रेस के यह सभी नेता प्रदीप थपलियाल से नाराज बताए जा रहे हैं इतना नहीं प्रदीप थपलियाल की यह छोटी भूल कहे या जानबूझकर की गई गलती यह प्रदीप थपलियाल ही जानते होंगे लेकिन यह चूक कांग्रेस पार्टी को बड़े गुटबाजी का संकेत दे रही है। बता दें 2017 में प्रदीप थपलियाल अपनी पार्टी की प्रत्याशी लक्ष्मी राणा के खिलाफ चुनाव लड़े जिससे पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि यह सभी नेता किसी अन्य दल से नहीं बल्कि उसी पार्टी से हैं जिस पार्टी के नेता खुद प्रदीप थपलियाल हैं लेकिन भले मामला कुछ भी हो लेकिन यह मेले में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं सूत्रों का कहना है कि जब आज कृषि विकास मेला का शुभारंभ करने आए नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह जब मेला का शुभारंभ कर रहे थे तो उस समय प्रदीप थपलियाल अकेले ही कांग्रेस की तरफ अलग-थलग पड़े मंच पर दिख रहे थे और उनके चेहरे पर चिंता थी कि जो मैंने किया वह सही नहीं किया। लेकिन सवाल उठना लाजमी है क्योंकि ब्लाक प्रमुख प्रदीप थपलियाल ने इस पांच दिवसीय कृषि विकास मेले में अगस्त मुनि उखीमठ के पूर्व और वर्तमान प्रतिनिधियों को न्योता दिया लेकिन वही जखोली ब्लॉक के निवासी और पूर्व राज्य मंत्री आचार्य शिव प्रसाद मंगाई को बुलाना भी इस मेले में प्रदीप थपलियाल ने उचित नहीं समझा जबकी ।आचार्य शिवप्रसाद ममगाईं राजनेता तो हैं इससे पहले ओ शंकराचार्य पीठ के व्यास पद से अलंकृत और उत्तराखंड पहले नम्बर के कथावाचक हैं तिवारी सरकार हो चाहे नित्यानंद या कोश्यारी खण्डूडी सरकार या पोखरियाल सरकार या फिर हरीश रावत सरकार और त्रिवेन्द्र सरकार या अब पुष्कर सरकार हो हर मंच पर स्थान दिया जाता है लेकिन अपने घर मे इतनी बडी अनदेखी बात किसी के गले नही उतरती है।
वहीं आपको बता दें कि आजतक जखोली ब्लॉक में जब भी किसान विकास मेला हुआ है उसमें ब्लाक प्रमुख इंद्रमणि बडोनी से लेकर डॉ महावीर सिंह नेगी अर्जुन सिंह गहरवार इन लोगों ने अपने पार्टी और विपक्षियों को मेले में पूरा सम्मान दिया लेकिन जब से प्रदीप थपलियाल प्रमुख बने तब से यह मेला लगातार विवादों में घिरता हुआ नजर आ रहा है। वहीं जब हमने इन सभी सभी लोगों से बात करने की कोशिश की तो इन नेताओं का कहना है कि । प्रदीप थपलियाल को जितनी समझ है उन्होंने उतना ही किया हम इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करेंगे। और यह किसान मेला नही बल्कि पी पी मेला है (प्रदीप प्रचार मेला)।इस संबंध में हमने जखोली ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन उनका फोन बंद था। लेकिन यदि पार्टी प्रदीप थपलियाल को रुद्रप्रयाग से कांग्रेस का प्रत्याशी बनाती है तो ऐसे में आप यह सारे लोग प्रदीप थपलियाल का कैसा समर्थन करेंगे यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है? जबकि हम प्रदीप थपलियाल कि लोग इस बात की तारीफ कर रहे हैं कि उन्होंने वीर शिरोमणि माधो सिंह भंडारी और उत्तराखंड गांधी इंद्रमणि बडोनी की मूर्ति की स्थापना की लेकिन अपने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को नाराज कर दिया।