मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार देर सायं को राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के वार्षिक समारोह FORNIX-2021 में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने भावी डॉक्टरों की ओर से दी गई सांस्कृतिक कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मेडिकल के छात्र-छात्राओं ने अपनी लोक संस्कृति को बेहद करीब से परखा है। उन्होंने कहा कि छात्र व युवा वर्ग से उनका हमेशा से ही विशेष लगाव रहा है। यही वजह है कि आज भारी व्यस्तता के बावजूद आप सभी के बीच अपने आप को आने से रोक नही पाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डाक्टर भगवान का दूसरा रूप होता है और ईश्वर की कृपा ही है जो आप इस क्षेत्र में हैं, क्योकि नर सेवा नारायण सेवा होती है। आप सभी की मेहनत का ही परिणाम है कि भारत में सबसे बड़ा कोविड-19 की रोकथाम हेतु वेक्सिनेशन अभियान सफल हो पाया है, इसके लिये मैं सभी स्वास्थ्य कर्मियों सहित इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों का आभार व्यक्त करता हॅू। कोरोना महामारी के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्मः की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, स्वयं सेवी संस्थाओं आदि ने चौबीसों घंटे लगातार काम करने से पीछे नहीं हटे। कोविड-19 के दौरान आप सभी के द्वारा काफी अच्छा कार्य किया गया जिसके लिये आप सभी बधाई के पात्र हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे तीन दिवसीय लखनऊ दौरे के बाद आज ही देहरादून पहुँचे हैं। पिछले 21 सालों से उत्तर प्रदेश के साथ परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही थी परंतु समाधान तक नहीं पहुंच पा रही थी। लेकिन दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ मुख्यमंत्री स्तर की बैठक में एक-एक करके परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर एक-एक बिंदु पर सहमति बन गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशन में पूरा देश आगे बढ़ रहा है। हर क्षेत्र में नई कार्य संस्कृति आई है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम लगातार कार्य कर रहे हैं। हाल ही में हमारे देश ने 100 करोड़ वैक्सीनेशन डोज का पड़ाव पार किया है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड, 18 वर्ष से अधिक सभी नागरिकों को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज लगाये जाने वाला राज्य बन गया है। राज्य के मेडिकल कॉलेजों में एम0बी0बी0एस0 इन्टर्न के स्टाईपेंड को 7500/-प्रतिमाह से बढ़ाकर रूपये 17,000/-किया गया है। राज्य सरकार ने तय किया है कि पूरे देश में एम.बी.बी.एस. कोर्स हेतु सबसे कम फीस 1,45,000 रूपये उत्तराखण्ड में होगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को सम्मानित भी किया। छात्र-छात्राओं ने लोक संस्कृति पर अपनी प्रस्तुति दी। छात्रों की ओर से जागर, नंदा राजजात यात्रा और कई अन्य लोक गीतों की प्रस्तुति दी गई।