अजित सिंह रावत
गढ़वाल एवं अल्मोड़ा के मध्य सीमावर्ती दुसान क्षेत्र में विराजमान मां भगवती काली को समर्पित सिद्धपीठ कालिंका धाम आस्था और कुदरत का एक अद्भुत संगम है चारों ओर आस्था और कुदरत की छटा बिखेरता हुआ यह सिद्ध पीठ स्वर्ग से भी अति सुंदर और रमणीक है समुद्र तल से हजारों फिट की ऊंचाई में विराजमान यह शक्तिपीठ धार्मिक गतिविधियों के अलावा पर्यटन के लिए भी बहुत ही खूबसूरत है मंदिर ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी अजित सिंह रावत जी ने बताया कि पूरे साल भर यहां मां भगवती के भक्तों का तांता लगा रहता है परंतु इसके उपरांत यहां हर 3 साल में आयोजित होने वाले मेले (जतोडा) जोकि जात्रा का ही एक पहाड़ी शब्द है इस दौरान यहां लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है यह शक्तिपीठ कालिंका मंदिर गढ़वाल और अल्मोड़ा दोनों क्षेत्रों के लोगों का आस्था एवं विश्वास का प्रमुख केंद्र हैं मां भगवती के इस अलौकिक प्रांगण एवं मंदिर को महाकाली मंदिर निर्माण समिति एवं 14 गांव के बाडिंयारी कुल के वंशजों के अथक प्रयासों से दुबारा से भव्य एवं विशाल स्वरूप प्रदान किया गया है नवनिर्मित इस प्रांगण के गर्भ गृह में महाकाली मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों की मेहनत एवं प्रयासों के उपरांत मां भगवती की पवित्र अष्टधातु की मूर्ति की स्थापना की गई है इस भव्य एवं पवित्र प्रांगण के लोकार्पण के शुभ अवसर पर आज 14 अक्टूबर 2021 को मंदिर समिति द्वारा एक भव्य धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय श्री सतपाल महाराज जी कैबिनेट मंत्री, श्री मती दीप्ति रावत, श्री महेश जीना जी विधायक सल्ट,श्री राजेश कंडारी जी ब्लॉक प्रमुख बीरोंखाल, श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी सुप्रसिद्ध लोकगायक, श्रीमति मीना राणा जी लोक गायिका, श्री नरेंद्र रौथाण, विशन सिंह हरियाला, सौरभ मैठाणी, महिमा उनियाल, इन सभी कलाकारों के अलावा अन्य कई गणमान्य लोगो द्वारा मां भगवती के चरणों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर मां का आशीर्वाद ग्रहण किया इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज जी ने कई घोषणा की जिसमें की लोक कलाकारों को चयनित कर उन्हें पहचान पत्र जारी किए जाएंगे जिससे कि उन्हें अनेकों प्रकार का सरकारी लाभ प्राप्त हो सके इसके अलावा उन्होंने मंदिर समिति को भी शुभकामनाएं दी एवं प्राचीन इस मंदिर में पहाड़ की वीरांगना तीलू रौतेली द्वारा हर बार युद्ध में जाने से पहले इस पवित्र धाम में पूजा करने का वर्णन भी किया इस अवसर पर धार्मिक कार्यक्रम के अलावा एक बहुत बड़ा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमें सुर सम्राट श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी स्वर कोकिला श्रीमती मीना राणा जी एवं अन्य कलाकारों द्वारा अपने मधुर स्वरों से पहाड़ की इन पवित्र वादियों को और भी खूबसूरत बना डाला पहाड़ की इस ऊटी के चारों तरफ ऐसा नजारा था कि मानो स्वर्ग यही अवतरित हो गया हो सुंदर एवं खुशनुमा माहौल के दौरान मंदिर प्रांगण में हजारों की तादात में पहुंची हुई भक्त जनों की भीड़ इन वादियों में झूम उठी
अंत में ही महाकाली मंदिर निर्माण समिति एवं महाकाली मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा इस प्रांगण में पहुंचे हुए सभी अतिथियों एवं भक्तजनों का दिल की गहराइयों से धन्यवाद व्यक्त किया गया।