गढ़वाल-कुमाऊं की सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित भगवती कालिका मंदिर को उत्तराखंड सरकार ने हाल ही में सिद्धपीठ घोषित किया है। समिति द्वारा कालिंका मंदिर का पुनर्निर्माण भव्य रूप में किया गया। इस पुनर्निर्मित मंदिर में मां भगवती की मूर्ति स्थापना 14 अक्टूबर 2021 को संपन्न हो रहा है इस अवसर पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। यह स्थान कुदरत का एक अद्भुत संगम है चारों ओर आस्था और कुदरत की छटा बिखेरता हुआ यह सिद्ध पीठ स्वर्ग से भी अति सुंदर और रमणीक है
यह शक्तिपीठ कालिंका मंदिर गढ़वाल और कुमाऊं दोनों क्षेत्रों की जमीन में स्थापित होने पर यह लोगों की आस्था व विश्वास का प्रमुख केंद्र हैं मां भगवती के मंदिर निर्माण समिति एवं 14 गांव के बाडिंयारी कुल के वंशजों के अथक प्रयासों से दोबारा से भव्य एवं विशाल स्वरूप प्रदान किया गया है नवनिर्मित इस प्रांगण के गर्भ गृह में महाकाली मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों के सहयोग से मां भगवती की पवित्र अष्टधातु की मूर्ति की स्थापना की जा रही है
इस भव्य मंदिर के लोकार्पण के शुभ अवसर पर मंदिर समिति द्वारा एक भव्य धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय श्री सतपाल महाराज जी कैबिनेट मंत्री, श्री मती अमृता रावत, श्री मती दीप्ति रावत, श्री महेश जीना विधायक सल्ट, श्री राजेश कंडारी ब्लॉक प्रमुख बीरोंखाल, श्री नरेंद्र सिंह नेगी सुप्रसिद्ध लोकगायक, श्रीमति मीना राणा लोक गायिका, श्री नरेंद्र रौथाण, श्री विशन सिंह हरियाला, श्री जनार्दन नौटियाल,श्री सौरभ मैठाणी, महिमा उनियाल के अलावा अन्य कई गणमान्य लोगों द्वारा मां भगवती के चरणों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर मां का आशीर्वाद ग्रहण किया जाएगा इस अवसर पर धार्मिक कार्यक्रम के अलावा एक बहुत बड़ा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है जिसमें उक्त मुख्य कलाकार अपनी अपनी प्रस्तुति देंगे । सभी भक्तजन अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रम के साथ साथ मां भगवती का आशीर्वाद प्राप्त करें।