वीर सिंह राणा घनसाली गंगी
घनसाली गंगी’ खाती अर्जुन की तपस्थली खतलिंग धाम, मां रुद्रा के पावन द्वार जनपद टिहरी गढ़वाल की सीमा पर बसा गंगी गांव अपनी लोक पंरपराओं , लोक विधाओं लोक संस्कृति को आज भी जीवंत किऐ हुऐ है पलायन से अछुते इस गांव के लोग आज भी अपने लोक त्योहारों को अटुट श्रदा एवं पारंपरिक रूप से मनाते हैं। आज भी भगवान सोमेश्वर के प्रांगण में गंगी निवासियों ने पारंपरिक भेषभूषा में प्रति तीन बर्ष में लगने वाले कौथिग को परांपरागत रुप में भव्य रूप मैं मनाया …।
भगवान सोमेश्वर के प्रति अटूट श्रद्धा होने कारण यहां लोग अपने जीवीकोपार्जन धन भेड़ बकरियों को भगवान को समर्पित करते हैं ओर सकुशल लौटने के बाद हर्षोल्लास से इस पशुधन के साथ भगवान सोमेश्वर की परिक्रमा करते हैं ..।
इस बार भी असंख्य लोग इस भेड़ कौथिग को देखने गंगी गांव पहुचें ओर सबसे खास बात यह कि अतिथि सत्कार की भावना को स्वीकार्य करते यहां के कर्मठ लोग सभी लोगों की खान पान व रहने कि व्यवस्था खुद अपने अपने घरो में करते है…। इस भव्य ओर ऐतिहासिक मेले में इस बार माननीय केबिनेट मंत्री डॉ.हरक सिहं रावत का आना प्रस्तावित था परंतु किसी कारण वश वह नही आ पाए परंतू इस भव्य कोथिग के साक्षी स्थानीय विधायक शक्तीलाल शाह . जिलापंचायत अध्यक्षा सोना सजवाण जी , ब्लाक प्रमुख बासूमती घणाता जी , ज्येष्ठ प्रमुख राजेंद्र गुसाईं , जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि भजन रावत पुर्व जिला पंचायत सदस्य केदार बर्तवाल , क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रेमा देवी पूर्व प्रधान नैन सिहं , गजेंद्र पैन्यूली जी, सोकिन भण्डारी जी, एवं क्षेत्र के सभी प्रधान गण क्षेत्र पंचायत सदस्य, सामाजिक कार्यकर्ता स्थानीय युवा , मातृशक्ति,इत्यादि इस भव्य कौथिग के साक्षी बने ….।
गंगी गांव को विकास की मुख्यधारा में लाने हेतू सभी जनप्रतिनिधियों ने अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की ओर गंगी गांव के लोगो के इस समर्पण भाव , इस आस्था, इस लोक पंरपराओं के निर्वहन हेतू, आतिथ्य सत्कार के लिए ।