अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा। 10 लोगों की मौत कई लोग लापता, घायलों को किया जा रहा एयरलिफ्ट…
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की खबर है। घटना शुक्रवार शाम 5 बजकर 30 मिनट पर हुई। जिस समय बादल फटा, उस समय गुफा के पास 10 से 15 हजार श्रद्दालु मौजूद थे। इस घटना में 3 महिलाओं समेत 10 लोगों की मौत हो गई है। 35 से 40 श्रद्धालुओं के अब भी फंसे होने की खबर है। बादल फटने की घटना पवित्र गुफा के एक से दो किलोमीटर के दायरे में हुई। पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए करीब 25 टेंट और दो से तीन लंगर बह गए। बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए। कई श्रद्धालु लापता हैं और उनके तेज बहाव में बहने की आशंका है।
घायलों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है। एनडीआरएफ, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं। राहत-बचाव कार्य जारी है। बता दें कि मौसम विभाग ने कुछ दिन पहले अमरनाथ में खराब मौसम की आशंका जताई थी। जानकारी के अनुसार, प्रशासन की टीम बादल फटने के बाद की स्थिति का आकलन कर रही है। फिलहाल नुकसान की आधिकारिक सूचना नहीं है। आईटीबीपी का कहना है कि कुछ लोगों के हताहत होने की आशंका है, अभी कोई स्पष्टता नहीं है। बचाव दल काम पर हैं। आईटीबीपी की टीमें अन्य एजेंसियों के साथ बचाव अभियान में हैं
सेना समेत कई एजेंसियां रेस्क्यू में जुटीं
घटना के तुरंत बाद सेना, ITBP, CRPF, BSF, NDRF और SDRF के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया। NDRF के DG अतुल करवाल ने बताया कि लोगों को सुरक्षित निकालकर कैंपों तक पहुंचाया जा रहा है। घायलों को एयरलिफ्ट करके अस्पताल ले जाया गया है।
प्रधानमंत्री ने रेस्क्यू मिशन की जानकारी ली
हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की। उन्होंने हादसे पर दुख जताया और पीड़ित लोगों तक हर मुमकिन मदद पहुंचाने की बात कही। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘बाबा अमरनाथ जी की गुफा के पास बादल फटने से आई बाढ़ के संबंध में मैंने एलजी मनोज सिन्हा जी से बात कर स्थिति की जानकारी ली है। लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की कामना करता हूं।’