UTTRAKHANDI MAHAKUMBH 2021 : सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं सामाजिक एकता का संगम उत्तराखंडी महाकुंभ इस बार आगामी 21 नवम्बर (रविवार) को दिल्ली के विनोद नगर स्थित रास विहार मैदान में होने जा रहा है। उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच, उत्तराखंड एकता मंच और भुम्याल विकास मंच की पहल पर होने जा रहे उत्तराखंडी महाकुंभ (द्वितीय) के आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए आज डीपीएमआई के चेयरमैन व उत्तराखण्ड लोक भाषा साहित्य मंच के संरक्षक डॉ. विनोद बछेती की अध्यक्षता में डीपीएमआई सभागार न्यू अशोक नगर में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्यरूप से इस भव्य आयोजन के प्रचार-प्रसार को लेकर चर्चा की गई। जिसके लिए फेसबुक, ट्विटर, इन्स्टाग्राम, व्हात्सप्प आदि सोशल मीडिया पर कैम्पेन चलाने के लिए टीम बनाई गई। ताकि सोशल मीडिया के माध्यम से इस कार्यक्रम के आयोजन की सूचना दिल्ली-एनसीआर में रह रहे हर उत्तराखंडी तक पहुँच सके। और इस आयोजन को भव्य एवं सफल बनाया जा सके।
इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य आयोजक डॉ. विनोद बछेती ने बताया कि इस समारोह में उत्तराखंडी संस्कृति, साहित्य एवं लोक कला की झलक एक साथ देखने को मिलेगी। जिसमे गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी, स्वर कोकिला मीना राणा एवं विशन हरियाला, भगवत मंनराल आदि लोक कलाकारों की टीम भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुति देगी। इसके साथ ही प्रसिद्द ढोल वादक उत्तम दास जो कि एक साथ ढोल एवं दमाऊ बजाने में पारंगत हैं अपनी अदभुत कला का प्रदर्शन करेंगे।
इसके अलावा गढ़वाली, कुमाउनी भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने के लिए मंच के प्रयास को और गति प्रदान करते हुए केन्द्र सरकार को पुनः एक ज्ञापन सौंपा जायेगा। जो इस महाकुंभ में पुनः जनता के बीच पढ़कर स्वीकृत किया जायेगा। करीब 10 हजार लोगों के हस्ताक्षर से युक्त यह ज्ञापन केन्द्रीय गृहमंत्री को सौंपा जायेगा।
उत्तराखण्ड लोक भाषा साहित्य मंच के समन्वयक अनिल पन्त ने बताया कि इस महाकुंभ में दिल्ली एनसीआर में रह रहे उत्तराखण्डी मूल के उन मेधावी बच्चों को भी पुरस्कृत किया जायेगा जिन्होंने वर्ष 2021 में कक्षा 10 एवं कक्षा 12 बोर्ड की परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये हैं।
इस आयोजन में उत्तराखंडी खानपान, कला संस्कृति एवं साहित्य से संबंधित स्टाल भी लगेंगे।
बैठक में इस आयोजन ने शामिल होने वाले लोगों के लिए आने-जाने के लिए बस की व्यवस्था को लेकर भी चर्चा की गई। जिसके बारे में विभिन्न क्षेत्रों की संस्थाओं के अध्यक्षों को अवगत करा दिया जायेगा।