नारे को विकास में बदलना होगा…विकास की नए राह चलना होगा
•रोजगार में बदला होगा युवाओं का टैलेंट….जोगेन्द्र सिंह पुंड़ीर विधायक रुप में देखना चहा रहा कैंट
•राजनीति करना मकसद नही .. विकास की तस्वीर बदला हमारा उदेश्य
जन जन की यही पुकार जोगेंद्र सिंह पुंडीर अबकी बार।
भाजपा 60 पार
#मिशन2022
पूरी ईमानदारी, निष्ठा और निस्वार्थ भाव से समाज सेवा के दम पर अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले कैंट विधानसभा के एक सामाजिक कार्यकर्ता कर्मयोगी। समाज के बीच लगातार हर जरूरतमंद के साथ दिखने वाला यह युवा चेहरा आज कैंट विधानसभा में लोगों की पहली पसंद बन चुका है। जी हां हम बात कर रहे हैं एक ऐसे युवा चेहरे की जो ईमानदार, सहज- स्वभाव से धनी श्री जोगेंद्र सिंह पुंडीर जी की । आज जोगेंद्र सिंह पुंडीर हर जरूरतमंद के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। पुंडीर जी पिछले 35 वर्षों से पूरे देहरादून में लोगों की सेवा कर रहे हैं। पुंडीर जी ने जीवन भर बहुत संघर्ष किया और लोगों की मदद करने का निर्णय लिया। लगातार पूरी ईमानदारी, निष्ठा और निस्वार्थ भाव से सामाजिक क्षेत्र में लोगों की सेवा कर रहे हैं। संस्कृति और संस्कारों की आत्मसात करते हुए सादा जीवन और उच्च विचार को जीवन का मूलमंत्र मानते हुए श्री जोगेंद्र सिंह पुंडीर ने अपनी जीवन में पिरोया.हमेशा सर्वसमाज की निस्वार्थ भाव से सेवा में अग्रणी भूमिका जोगेंद्र सिंह पुंडीर ने निभाई.
पारिवारिक इतिहास :-
समृद्ध भारत के गौरवपूर्ण इतिहास का साक्षी राहा देहरादून के कई पुराने क्षेत्रों का नाम पुंडीर जी पूर्वजों के नाम से पड़ा। जैसे, धर्म सिंह के नाम से धर्मपुर, अजब सिंह के नाम से अजबपुर, मिट्ठन सिंह के नाम से मीठीबेरी, पृथ्वी सिंह के नाम से पृथ्वीपुर और कांवली इसी परिवार ने 470 साल पहले देहरादून नगर में अलग – अलग गांवो को बसाया. जिनमें से एक कांवली गांव जो इसी परिवार में जन्में स्वर्गीय श्री राजा कंवल सिंह पुंडीर जी के नाम से बनाया गया। और उन्हीं की वंशावली की 22 वीं पीढ़ी में में सन् 1970 में जन्म हुआ। श्री जोगेन्द्र सिंह पुण्डीर जी का।वही श्री जोगेंद्र सिंह पुंडीर के पिताजी सेवला न्याय पंचायत 11 गाँव के सरपंच रहे, और बड़े भाई दो बार ग्राम प्रधान और दो बार एसोशिएशन के अध्यक्ष रहे।
प्रदेश राज्य का एक समृद्ध और विशाल ग्राम राहा। कावली और इसके सरपंच और प्रधान इसी घर से रहे और क्षेत्र की जनता की सेवा करी, सेवा का प्रकल्प और संकल्प जोगेन्द्र सिंह पुंडीर ने बचपन से घर के प्रांगण से ही सीखने को मिला है। जन्म से ही संस्कारों से सनातनी और विशाल हृदय के साथ-साथ संयुक्त परिवार में पले-बड़े जोगेन्द्र पुंडीर जी का खेलों के प्रति बचपन से रुझान रखते थे. पुंडीर जी ने ताइक्वांडो और फुटबॉल में महारत हासिल की। डिस्ट्रिक्ट फुटबॉल संगठन के प्रेसिडेंट रहते हुए पुंडीर जी ने फुटबॉल व अन्य खेलों को बढ़ावा दिया और समय समय पर खिलाड़ियों के बीच रहकर खिलाड़ियों का मार्गदर्शन भी किया।
कर्म से अग्नि व्यवहार से नीर जोगेंद्र सिंह पुंडीर
शुरुआती दौर से खेल स्पर्धा में नेतृत्व की भूमिका में रहने वाले जोगेंद्र पुंडीर ने शहर भर में खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए अनेकों प्रतिस्पर्धा कराए। जिनमें माननीय राजेंद्र शाह जी और माननीय पूर्व विधायक पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री नित्यानंद स्वामी व अन्य माननीय नेता गणों की बारंबार उपस्थथि दर्ज कर कार्यशैली, विचारधारा वह खिलाड़ियों को सम्मान दिया। श्री जोगेन्द्र सिंह पुंडीर ने गत 20 वर्षों में विभिन्न कैंपों का संचालन करते हुए आज तक हजारों छात्रों को प्राशिक्षित करने के उपरांत उनको विभिन्न सरकारी अर्द्ध सरकारी व प्राइवेट नौकरियों में भर्ती करा कर रोजगार परक शिक्षा दी।और समाज में विशेष सहयोग प्रदान किया।
मेधावी छात्रों को आर्थिक सहायता
श्री जोगेंद्र सिंह पुंडीर ने सेवा प्रकल्प के द्वारा गत कई वर्षों से क्षेत्र के अनेक परिवारों के मेधावी छात्रों को शिक्षा व उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु समय-समय पर आर्थिक सहायता प्रदान कर उनके मनोबल को बढ़ाया है समाज में शिक्षा के दीप के प्रकाश को वंचित और पिछड़े वर्ग तक पहुंचाने के प्रयास को निरंतर जारी रखा।
कन्या हेतु कन्यादान
श्री जोगेद्र सिंह पुंडीर व उनके परिवार द्वारा कांवली गांव me वर्षों के पुण्य के सौजन्य से कन्यादान विवाह आयोजन करने का सौभाग्य प्राप्त होता रहा है। इस सेवा के माध्यम से कई परिवारों ने अपनी कन्याओं का विवाह मंदिर में पुंडीर जी के आर्थिक और जरूरत की सामग्री पूरी करने से संपन्न करवाया पुंडीर जी के अनुसार ये सेवा उनके शरीर में अंतिम शक्ति रहने तक चलती रहेगी।
व्यवसाय
मूल रूप से उत्तराखंड के किसान परिवार में जन्म लेने के कारण उन्होंने किसानी को ही व्यवसाय का स्वरूप दिया.वहीं खेती को अपनाया और अपनी नैतिक दिनचर्या में गाय माता की सेवा , दुग्ध उत्पादन, आम व लीची की बागवानी के साथ जैविक खेती में भी विस्तृत कार्य करते हुए जैविक अनाज की खेती करी. इसके अलावा सुदूरवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों के विकास करने के लिए और उत्तराखंड में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक सहयोगात्मा मॉडल के आधार पर देहरादून मिल्कव स्वदेशी तत्व ऑर्गेनिक का स्थापना की.और प्रोहत्सान के लिए सुदृढ़ मार्ग प्रस्तावित किया।
भाजपा और राजनीति
एक नजर पुंडीर जी के राजनीतिक और सामाजिक सफर पर
प्रथम बार जोगेंद्र सिंह पुंडीर जी ने वर्ष 1989 में प्रथम बार भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.
वर्ष 1990-91 सदस्य वार्ड कार्यकरणी
वर्ष 1993-94 वार्ड अध्यक्ष कांवली (मसूरी विधानसभा सभा, यूपी)
वर्ष 1995-96 उपाध्यक्ष भारतीय जनता युवा मोर्चा रायपुर मण्डल
वर्ष 1998 सह संयोजक मसूरी वि० सभा युवा मोर्चा
वर्ष 1999-2000 विशेष आमंत्रित सदस्य महानगर कार्यकारिणी|
वर्ष 2005-06 मण्डल अध्यक्ष जनरल महादेव सिंह नगर मण्डल
वर्ष 2007 सह संयोजक लक्ष्मण चौक वि० सभा।, संयोजक रामसेतु रक्षा मंच देहरादून महानगर।
वर्ष 2008 विशेष आमंत्रित सदस्य प्रदेश कार्यकारिणी।
वर्ष 2010- प्रदेश सह संयोजक खेल प्रकोष्ठ,सदस्य प्रदेश कार्यकारिणी
वर्ष 2013- प्रदेश सदस्य लौह संग्रह प्रदेश समिति,
वर्ष 2014- महानगर अध्यक्ष किसान मोर्चा देहरादून।
वर्ष 2015-16 मॉनिटर जिला डी डी किसान चैनल अवैतनिक
वर्ष 2016 प्रदेश मंत्री किसान मोर्चा भाजपा
वर्ष 2017 सदस्य एडवाइजरी कमेटी ईज्जत नगर समिति पूर्वोत्तर रेलवे
वर्ष 2017 करणपुर मंडल प्रभारी एवं राजपुर विधानसभा सह प्रभारी
2017 से अब तक- राष्ट्रीय कार्य कारिणी सदस्य किसान मोर्चा भाजपा,प्रदेश उपाध्यक्ष किसान मोर्चा भाजपा
सन 1986 में संवत सन 1988 में भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण करी और संघ के मार्गदर्शक पर चलते हुए विभिन्न पदों के दायित्व और कार्य बहारों का निर्वहन किया समय-समय पर विभिन्न पदों में रहे….वहीं जैसे उत्तराखंड आंदोलन से लेकर भाजपा के विभिन्न मुहिम का हिस्सा रहे.. और दल नेतृत्व किया.. और वर्तमान में उपाध्यक्ष किसान मोर्चा उत्तराखंड बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और किसान मोर्चा में अपनी सेवाएं पार्टी को निरंतर दे रहे हैं।
कोविड काल के मसीहा
कोरोना जैसी घातक बीमारी ne जहां दुनियाभर के लोगों का मनोबल को तोड़ दिया.. वहीं जोगेंन्द्र सिंह पुंडीर ने अपना कर्तव्य समझते हुए और मानवता की भलाई के लिए पहले ही कोविड काल में जरुरतमंद के लिए अपने अन्न के भंडार खोल दिए. वहीं फंसे हुए जरूरतमंद लोगों तक दवाइयां और राशन पहुंचाया. और घर-घर जाकर लोगों को इलाज के लिए पुंड़ीर जी ने रोज कई लोगों के लिए रसोई शुरू करवा कर पूरे लॉकडाउन तक निरंतर खाना लोगों तक शहर भर में पहुंचाया।
जोगेंद्र सिंह पुंड़ीर को कहा जाता आक्सीजन मैन
दूसरी लहर में एक तरफ जोगेंद्र सिंह पुंडीर खुद कोविड का शिकार होते हुए भी लोगों की सहायता करने से पीछे नहीं हटे.. और उन्होंने अपने खर्च से ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, वाल्व मंगवाए,और फ्री ऑक्सीजन सप्लाई की मुहिम शुरू की, पुंडीर जी ने स्वयं एक बड़ी मुश्त रकम खर्च करके लोगों को समय पर सहायता दी, वहीं कई लोगों के जीवनदान दिया। इसके साथ साथ पुंडीर ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आइटीबीपी कैंट विधानसभा के साथ मिलकर निशुल्क कोविड का अस्पताल शुरू किया.वहीं उसमें सभी सुविधाएं अपने निजी खर्च से व्यवस्था की और कोविड-19 में जरूरतमंदो को निशुल्क इलाज व हॉस्पिटल सेवा प्रदान की।
जोगेंद्र सिंह पुंडीर के ये हैं अटल उद्देश्य
स्वास्थ्य के क्षेत्र में
क्षेत्र के लिए उच्च स्वास्थ्य सुविधा युक्त प्राथमिक चिकित्सा केंद्र , जो प्राथमिक केंद्र प्रेमनगर में है, उसे सारी सुविधाओं से पूर्ण किया जाएगा.और उचित स्टाफ की व्यवस्था भी की जाएगी, जोगेंन्द्र सिंह पुंडीर कहते हैं कि 21 कैंट विधानसभा में 17 वार्ड हैं हर वार्ड में एक नैनो प्राथमिक चिकित्सा केंद्र होना चाहिए.जो टैली मेडिसिन इक्विपमेंट से लैस होगा.और भारत सरकार के पोर्टल ई संजीवनी से सीधा जुड़कर एम्स ऋषिकेश की मदद से संचालित होंगे। इनमें क्षेत्र के तमाम वार्ड में मेडिकल के क्षेत्र में रोजगार भी मिलेगा और लोगों को उच्च और निशुल्क उपचार भी तुरंत मिलेगा। जिसमें सभी तरह के टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध होगी.. जो बहुत किफायती दामों में लोगों को प्राप्त हो सकेगा।
खेलों को बढ़ावा देने की पहल
चुस्त शरीर दुरुस्त मस्तिष्क
जोगेद्र सिंह पुंडीर कहते हैं अगर पार्टी और शेष नेतृत्व उन्हें मौका देता है तो वह क्षेत्र के बच्चों और युवाओं का मार्गदर्श n खेलों के माध्यम से करेंगे… वहीं पुंडीर जी का मानना है कि स्वस्थ शरीर में हमेशा स्वस्थ मस्तिष्क रहता है और अच्छे विचारों के लिए स्वस्थ सोच का होना बेहद जरूरी है… वहीं खेलों से शरीर मजबूत तो बनता ही है साथ में रोजगार के अनेक अवसर मिलते हैं। प्राय आजकल के युवा में यह देखा गया है कि कम उम्र में ही युवक और युवतियां नशे की ओर जा रहे हैं… और स्वस्थ समाज बनाने और बचाने के लिए नशे से बचना बहुत जरूरी है…. सिर्फ खेल के प्रोत्साहन से ही समाज में युवा की सोच का रुख मोड़ आ जा सकता है और जीवन में कभी ना हार मानने की हुंकार भरी जा सकती है।
शिक्षा के क्षेत्र में पुंडीर जी का ये लक्ष्य
पुंडीर जी के लक्ष्य के अनुसार वह अपने 21 कैंट विधानसभा को चार भागों में बाटेंगे। जिसमें बेसिक
शारीरिक ट्रेनिंग सेंटर जो कैंट विधानसभा क्षेत्र में आने वाले स्कूल और कॉलेज के साथ अनुबंध करके खेल सुविधाओं से परिपूर्ण कर निशुल्क चलाया जाएगा। जिस में पहुंचने के लिए प्रशिक्षकों का प्रवेश व यात्रा कार्ड बनाया जाएगा। और वह सिटी इलेक्ट्रिक ट्रांसपोर्ट से भी निशुल्क सफर कर सकेंगे। इसके अलावा एक एडवांस ट्रेनिंग सेंटर कंपलेक्स बनाया जाएगा। जहां पर युवा प्रशिक्षु उच्च तकनीक के गुर ट्रेनर्स से सीखेंगे.. जो आगे की भविष्य में रोजगार को भी प्राप्त कर सकेंगे।
जोगेन्द्र सिंह पुंड़ीर की पहचान हमेशा अपनी कर्मठता और उच्च विचारों और दूरगामी सोच के लिए जानी जाती है चाहे बात फिर समाजसेवा की हो या राजनीति की पुंड़ीर जी ने अपने कार्य क्षेत्र में हमेशा अभिभावक की भूमिका निभाई है.
संसाधनों का सदुपयोग- ट्रैफिक व्यवस्था:
जोगेंद्र सिंह पुंडीर की माने तो कांवली प्रेमनगर बल्लूपुर पटेल नगर और समूची कैंट विधानसभा में ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई है. जिससे जल्द ही जाम से निजात पाने के लिए एक रुपरेखा तैयार करने की जरुरत है.
कैसे मिलेगी जाम से निजात
बल्लूपुर चौक से बाईं ओर सड़क का चौड़ीकरण करके उसको फ्री करना. और पैदल मार्गों के लिए chowk पर एक फुटओवर ब्रिज तैयार करना. सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के तहत इलेक्ट्रिक बस का..रूट्स का त्वरित ओर छोटा रूट करवाना.
गढ़ी कैंट चौक से आईएसबीटी और त्वरित वापस आना जाना , 2. एक रूट घंटा घर से प्रेमनगर ओर त्वरित आना जाना ,
अगर ये सेवायें समय और ज्यादा सारणी में चलेंगी. हर कोई लोकल में जाने वाला इनको उपयोग करेगा. क्योंकि उसे पता है.कि हर 15 से 20 मिनट में बस मिलेंगी. तो जहां 50 गाड़ियां हर एक बस कम कर देगी. वहीं ट्रैफिक का बोझ कम होगा. और ईंधन भी बचेगा।
इसके अलावा मुख्य रूट पर आने वाली मेट्रो सेवा का प्लानिंग के स्तर पर नियमितीकरण व सुदृढ़ स्थान का चयन कर स्टेशन को प्रस्तावित करना। इसमें कैंट विधानसभा में भविष्य में बनने वाले मेट्रो स्टेशन का सही चयन हो पाएगा. और अनुचित ढंग से ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा नहीं होगी. जो यात्रियों के पार्किंग की वजह से बनती है।
स्वरोजगार को बढ़ावा
स्वरोजगार को बढ़ावा मेलों के द्वारा:-
हर हाथ को काम मोदी जी का संकल्प है। स्वरोजगार को बढ़ावा देने से ज्यादा से ज्यादा लोग सफल हो सकते हैं और दूसरों को रोजगार दे सकते हैं.इसी तर्ज पर अपनी विधानसभा में उचित स्थान पर हर 4 महीने में एक इन्क्यूबेशन सेंटर विकसित होगा। जिसमें स्वरोजगार स्टार्टअप मेला लगाया जाएगा. जिसमें युवाओं को अपने स्टार्टअप दिखाने का मौका मिलेगा. और पुंडीर जी की ओर से उन्हें सरकारी एकम ओर बैंकिंग कार्यप्रणाली की मदद और जनता के प्रतिनिधियों को बुलाकर अपने क्षेत्र की जनता के बीच में मीडिया और अपने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा. और ऐसे उत्कृष्ट स्टार्टअप ऑफ सीड कैपिटल्स की व्यवस्था भी की जाएगी.
खुली नालियों से मुक्ति :-
पूरे कैंट विधानसभा क्षेत्र में एक भी खुली नाली नहीं रहेगी. सुनियोजित भूगर्भ गटर की व्यवस्था त्वरित और फौरी तौर पर की जाएगी.
50 इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन :-
देहरादून की शुद्ध आबोहवा का ध्यान रखते हुए प्रदूषण को कम हो सके. इसके लिए इलेक्ट्रिक स्टेशन कंपनी के साथ साझेदारी में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन की व्यवस्था की जाएगी.
जिसमें उचित स्थानों पर जनता इमरजेंसी में अपने इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज कर सकेगी. जो भौगोलिक तौर पूरी विधानसभा में मुख्य स्थानो में बंटा हुआ होगा।
नि: शुल्क वाईफ़ाई:–
पूरी कैंट विधानसभा में छात्रों को और जरूरतमंद को आज के समय में टेक्नोलॉजी से जोड़ने के लिए समान्य स्थान और चौराहों पर फ्री वाईफाई की सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
21 कैंट विधानसभा रही मूल उम्मीदवार से वंचित
470 साल के इतिहास में देहरादून के कावली क्षेत्र में रहने वाले पुंडीर परिवार में हमेशा सेवा को ही सर्वोपरि माना. लेकिन उत्तराखंड बनने के बाद आज तक इस क्षेत्र के मूल निवासी को प्रतिनिधित्व का मौका कभी नहीं मिला… जिसमें यह क्षेत्र एक अभिभावक के नेतृत्व प्रतिनिधित्व से वंचित रहा।
युवा उत्तराखण्ड़ के साथ शहर व क्षेत्र को एक युवा और कर्मठ नेतृत्व की जरुरत है. जो अपने विचारधारा के साथ क्षेत्र के विकास में नई ऊर्जा प्रदान कर सके और समाज में जन्मी कुरीतियों को मिटाकर युवा वर्ग को नई दिशा दिखाकर आत्म निर्भर बनाकर विकास की नई लहर पैदा कर सके। और इस काम को जोगेंद्र सिंह पुंड़ीर जैसे कर्मठ व्यक्ति ही कर सकता है।