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गगनयान मिशन का होगा पहला ट्रायल, जानिए क्या-क्या करेगा इसरो? 

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) शनिवार 21 अक्टूबर को सुबह 7.30 बजे गगनयान व्हीकल टेस्ट उड़ान करने जा रहा है। परीक्षण के दौरान गगनयान क्रू मॉड्यूल के शुरुआती संस्करण को परीक्षण के लिए 17 किलोमीटर की ऊंचाई पर ले जाया जाएगा जिसके इसकी मिड-एयर क्रू एस्केप प्रणाली का पता चलेगा। इसरो अपनी वेबसाइट, फेसबुक और यूट्यूब सहित कई प्लेटफार्मों के जरिए परीक्षण उड़ान का लाइवस्ट्रीमिंग करेगा। आप इसे नीचे लाइवस्ट्रीम के माध्यम से देख सकते हैं। अगर आप इसे टीवी पर देखना चाहते हैं, तो मिशन का सीधा प्रसारण डीडी नेशनल पर किया जाएगा।

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TV-D1 से होगी लॉन्चिंग
शनिवार को टीवी-डी1 (TV-D1) परीक्षण उड़ान के दौरान एकल-चरण तरल प्रणोदक-आधारित रॉकेट क्रू मॉड्यूल का एक बिना दबाव वाला संस्करण ले जाएगा। अंतरिक्ष एजेंसी और भारतीय नौसेना की टीमें बंगाल की खाड़ी में गिरने के बाद क्रू मॉड्यूल दोबारा हासिल करने का भी अभ्यास करेंगी। चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के साथ भारत उन कुछ देशों की सूची में शामिल हो गया जो चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान की सॉफ्ट लैंडिंग करा सकते हैं। इस सूची में अमेरिका, तत्कालीन सोवियत संघ और चीन शामिल हैं। गगनयान मिशन के साथ देश और भी कई मिशन पूरे करने का प्रयास कर रहा है। अब तक केवल तीन देशों ने अपने खुद के चालक दल वाले अंतरिक्ष यान लॉन्च किए हैं। इस सूची में यही ऊपर वाले तीन देश शामिल हैं। इसरो की योजना गगनयान मिशन के साथ भारत को इसी सूची में शामिल करने की है।


इसरो की चुनौती और लक्ष्य
अगर सब कुछ ठीक रहा तो तीन दिवसीय मिशन के लिए 400 किलोमीटर की कक्षा में एक चालक दल वाले अंतरिक्ष यान को लॉन्च करके और फिर भारतीय समुद्र में उतरकर उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाकर देश की मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करेगा। टीवी-डी1 परीक्षण उड़ान कई पहले के मिशनों में से एक है जो असली मिशन के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली कई प्रणालियों का परीक्षण करेगा। परीक्षण उड़ान में एकल-चरण टेस्ट व्हीकल का उपयोग किया जा रहा है जो सिर्फ एक विकास इंजन (Vikas Engine) का इस्तेमाल करता है, असली मिशन उसी लॉन्च व्हीकल मार्क -3 (LVM3) द्वारा लॉन्च किया जाएगा जिसने चंद्रयान -3 मिशन लॉन्च किया था।