उत्तराखंड में 10 मई से चारधाम यात्रा का आगाज होने वाला है। ऐसे में यात्रा को लेकर विरोध के सुर सुनाई दे रहे हैं। दरअसल, केदारनाथ धाम के बाद अब बदरीनाथ धाम में भी यात्रा बहिष्कार की चेतावनी मिल रही है।
आपको बता दें कि चारधाम यात्रा में ऑनलाइन बुकिंग में तीर्थयात्रियों की संख्या सीमित करने के निर्णय का चारधाम होटल एसोसिएशन और बदरीनाथ होटल एसोसिएशन ने विरोध किया है। एसोसिएशन ने इस बाबत सीएम को ज्ञापन भेजा है। उन्हाेंने चेतावनी दी कि यदि बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या सीमित की गई तो 12 मई को धाम के कपाट खुलने के दिन बदरीनाथ बंद का आह्वान किया जाएगा।
बदरीनाथ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मेहता ने बताया, तीर्थयात्रियों का पंजीकरण करना जरूरी है, लेकिन यात्रियों की संख्या सीमित नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने दावा किया है कि बदरीनाथ धाम में एक दिन में 25,000 तीर्थयात्रियों के ठहरने की व्यवस्था है। इसके बावजूद भी शासन एक दिन में 18,000 तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की बात कर रहा है। उन्होंने धाम में आंतरिक सड़क को यात्रा से पहले सुचारू करने और पांच मई तक बिजली, पानी की व्यवस्था चाक-चौबंद करने की मांग भी उठाई है।