श्याम धनी के श्याम धनी के नेतृत्व में
ऽ उत्तराखण्ड महोत्सव के रूप में आयोजित होगा राज्य स्थापना दिवस।
ऽ सात दिनों तक होगा महोत्सव का आयोजन।
ऽ गांव से लेकर राजधानी तक आयोजित होंगे कार्यक्रम।
ऽ राजय स्थापना दिवस पर उत्तराखण्ड गौरव पुरस्कार की होगी शुरूआत।
ऽ विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 5 प्रतिष्ठित लोगों को किया जायेगा पुरस्कृत।
ऽ उत्तराखण्ड महोत्सव का हो बेहतर ढंग से आयोजन, मुख्यमंत्री ने दिये निर्देश।
ऽ कार्यक्रमों की संख्या नहीं गुणवत्ता एवं गरिमा के साथ आयोजन पर दिया जाए ध्यान।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी 09 नवम्बर को आयोजित होने वाले राज्य स्थापना दिवस समारोह को गरिमा के साथ आयोजित किये जाने के निर्देश दिये हैं।
शनिवार को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, स्वामी यतीश्वरानन्द, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, अपर प्रमुख सचिव श्री अभिनव कुमार के साथ ही सम्बन्धित विभागों के सचिव एवं उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि राज्य स्थापना दिवस को उत्तराखण्ड महोत्सव के रूप में आयोजित किया जाए। एक सप्ताह तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव के दौरान राजधानी से लेकर न्याय पंचायत स्तर तक कार्यक्रमों को आयोजित किया जाए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उत्तराखण्ड गौरव पुरस्कार प्रदान किये जाने की भी बात कही जिसमें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रतिष्ठित लोगों को पुरस्कृत किये जाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने इसके लिये अविलम्ब समिति के गठन के भी निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का आयोजन बेहतर ढंग से आयोजित किये जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों की संख्या नहीं गुणवत्ता एवं गरिमा के साथ आयोजन पर ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े आयुक्तों एवं जिलाधिकारियों से जनपदों में आयोजित हाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिये कि सभी अधिकारी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की राज्य हित से जुड़ी अपेक्षाओं के अनुरूप विकास योजनाआें के क्रियान्वयन एवं उत्तराखण्ड को विकास की दृष्टि ़से अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिये भावी योजनाओं के संचालन में अपने विवेक एवं अनुभवों का भी उपयोग करने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के समग्र विकास में हम सबको सहयोगी बनना होगा।