भाजपा कांग्रेस में टिकट के लिए टेंशन भारी, टिकट के लिए दोनों पार्टी में टिकट के लिए मारामारी , भाजपा आज कर सकती अपने प्रत्याशी का नाम जारी, केदारनाथ में कौन किस पर भारी : पढ़ें रैबार पहाड़ की खास रिपोर्ट
पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत को भी भाजपा बना सकती है उम्मीदवार: सूत्र
भाजपा ने किया था आशा नौटियाल से टिकट देने का वादा क्या भाजपा निभाएगी अपना वादा ।
- सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर आज या कल में भाजपा कर सकती है टिकट का ऐलान, भाजपा की आज की रीति नीति के हिसाब से ऐश्वर्या का पहला अधिकार
- ऐश्वर्या को मां की लोकप्रियता और कार्य का मिल सकता है चुनाव में फायदा।
- कुलदीप रावत जनता की नजर में मजबूत उम्मीदवार,दोनों बार कुलदीप रावत को दोनों बार उम्मीद से अधिक वोट मिले 2017में कुलदीप रावत को 13037 वोट मिले और 2022 में 13922 मिले थे ऐसे में उनकी दावेदारी मजबूत है।
- 2017में आशा नौटियाल ने टिकट ना मिलने पर भाजपा से बगावत कर लड़ा था निर्दलीय चुनाव, भाजपा को मिली थी हार मनोज रावत बने थे विधायक।
- ऐश्वर्या को टिकट ना मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ना लगभग तय।
- केदारनाथ उप चुनाव से पहले भाजपा कांग्रेस परेशान, दोनों दलों में टिकट के लिए प्रत्याशियों में आपस में जबरदस्त घमासान, केदारनाथ चुनाव जीतना नहीं इतना आसान
- कांग्रेस डॉ हरक सिंह रावत को मैदान में उतारती है तो कांग्रेस के हाथ आ सकती है तब बाजी ।
- भाजपा चंडीप्रसाद भट्ट पर भी खेल सकती दांव
- सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर मनोज रावत का कांग्रेस से टिकट लगभग फाइनल, केदारनाथ क्षेत्र में मनोज रावत सक्रिय जनता के साथ चल रहे कंधे से कन्धा मिलाकर
- कुलदीप ऐश्वर्या को टिकट ना दिया गया तो एक पर बन सकती निर्दलीय चुनाव लड़ने की राय ।
- ठीक आज टिकट घोषणा होने से पहले स्वर्गीय शैलारानी रावत के दत्तक पुत्र जयदीप की प्रेसवार्ता सवालों के घेरे में।
आशा नौटियाल की बॉडी लैंग्वेज से पता चलता है कि वह अपने टिकट के लिए पहले से आश्वस्त हैं। - ये अंदर की बात है:कितनी बड़ी चुनौती बन गई भाजपा को केदारनाथ से चुनना एक विधायक, विगत दिनों सीएम आवास बुलाए गए रूद्रप्रयाग के चंद सोशल मीडिया पत्रकार ,यूट्यूबर गायक :दी गई दावत , कांग्रेस ने ली चुटकी ।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ उप चुनाव जीतने के लिए दिन रात लगा रहे हैं एडी चोटी का दम। अभी तक 600 करोड़ से की केदारनाथ विधानसभा में कि घोषणा
- भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर सिंह पंवार दिन रात बहा रहे हैं केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में चुनाव जीताने के लिए पसीना, लोगों से दिन रात जुटे संपर्क करने में ।
- कुलदीप रावत के जन समर्थन कार्यक्रम में उमड़ रहे जनसैलाब ने एक बार फिर से भाजपा को सोचने के लिए कर दिया मजबूर ।
- त्रिभुवन चौहान को भी मिल रहा केदारनाथ में अपार जन समर्थन ।
क्या हरियाणा में भाजपा के जीत से बदल गए केदारनाथ उप चुनाव के समीकरण ? - शैलपुत्री ऐश्वर्या रावत , और कुलदीप सिंह रावत को दोनों में से एक को टिकट नहीं मिलता है तो एक निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं दोनों का अपना अपना अच्छा खासा वोट बैंक है ऐश्वर्या के पास मां की विरासत तो कुलदीप सिंह रावत के पास समाज सेवा से बनाया गया जनाधार ।
- भाजपा के लिए केदारनाथ का चुनाव जीतना नाक और शाख का सवाल ?
- केदारनाथ मंदिर का दिल्ली में शिलान्यास और यात्रा व्यवस्थाओं में हुई फजीहत को कांग्रेस बनाएगी अपना हथियार?
रैबार पहाड़ का स्पेशल विश्लेषण
देहरादून: उत्तराखंड की कुंडली में उप चुनाव तो लिखा ही अभी तक उत्तराखंड में 17 उप चुनाव हुए हैं , सत्ता किसी भी दल की रही होगी उत्तराखंड में उप चुनाव हुआ है तो इस बार कैसे अछूता रहता उत्तराखंड उप चुनाव से उत्तराखंड में इस बार तो तीन- तीन उप चुनाव का रिकार्ड बन गया। पहला बागेश्वर के विधायक चंदनराम दास का निधन होने से बागेश्वर सीट पर उपचुनाव हुआ जिसमें चंदन राम दास के लोकप्रिय व्यवहार के कारण उनकी धर्मपत्नी चुनाव जीत, उसके बाद कांग्रेस के बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी के भाजपा में शामिल होने के बाद बद्रीनाथ सीट और बसपा प्रत्याशी मंगलौर सरबत अंसारी के निधन के बाद खाली हुई थी जिसके बाद इस सीट पर जुलाई में उप चुनाव हुआ और दोनों सीट पर भाजपा को झटका लगा और बद्रीनाथ से लखपत बुटोला और मंगलौर से कांग्रेस के काजी के हाथ बाजी लग गई,जिस दिन उप चुनाव के लिए वोटिंग थी उसी दिन केदारनाथ की लोकप्रिय विधायिका शैलारानी रावत का निधन हो गया जिससे सीट खाली हुई।
जिस दिन शैलारानी का निधन हुआ था इधर उनका पार्थिव शरीर देहरादून से अगस्तमुनि लाने की तैयारी थी तो उधर दिल्ली में केदारनाथ धाम मंदिर ट्रस्ट की केदारनाथ मंदिर का भूमिपूजन था जिससे उत्तराखंड की तमाम जनता में आक्रोश था। कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने मामले को जोर – शोर से उठाया लेकिन जनता के दवाव के बाद ट्रस्ट ने मंदिर बनाने का निर्णय रद कर दिया,मामला ने इसलिए तूल पकड़ा कि इस मंदिर के भूमिपूजन में स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केन्द्रीय मंत्री राज्यमंत्री अजय टम्टा ने प्रतिभाग किया था जिससे मामला और गर्माया था जिसके बाद कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा निकाली लेकिन अब केदारनाथ दिल्ली में बन रहे मंदिर का सोशल मीडिया मीडिया में ठंडा पड़ गया । अब बात करते हैं केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव की तो भाजपा दिन रात चुनाव के लिए जमीन तैयार करने में जुटी हैं भाजपा ने अपने पांच कैबिनेट मंत्रियों को मण्डलों का प्रभारी बनाने से अपनी किरकिरी आचार संहिता से पूर्व ही कर ली है। केदारनाथ विधानसभा में केबिनेट मंत्री रेखा आर्य,कृषि मंत्री गणेश जोशी ,केन्द्रीय राज्यमंत्री समेत भाजपा के बड़े बड़े दिग्गजों के तूफानी भ्रमण अनेक स्थानों पर आयोजित बहुउद्देशीय शिविरों के आयोजनों ने जनता को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया। जबकि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ उप चुनाव से पहले लगभग 600 से ज्यादा करोड़ की घोषणाएं की शायद उत्तराखंड की विधानसभा में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने इतनी घोषणाएं की होंगी
सीएम पुष्कर सिंह धामी की केदारनाथ उप चुनाव से पहले की गई प्रमुख घोषणाएं
मणिगुहा में नन्दाबाड़ी से सरकारी अस्पताल को जोड़ते हुए धौनिक तक 2 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाएगा.
2. मचकण्डी से सौर भूतनार्थ (अगस्तमुनि) मन्दिर तक 03 किमी० मोटर मार्ग निर्माण.
3. बासवाडा जलई किरधू गौर कण्डारा (अगस्तमुनि) द्वितीय चरण मोटर मार्ग निर्माण कार्य.
4. केदारनाथ विधान सभा के अन्तर्गत अंधेरगढ़ी से धार तोलियों मोटर मार्ग के सुधारीकरण एवं डामरीकरण.
5. ऊखीमठ आन्तरिक मोटर मार्ग से किमाडा तक मोटर मार्ग (1.300 किमी0) का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य.
6. त्यूंग बैण्ड से नहरा-कुण्डलिया मोटर मार्ग (1.78 किमी0) का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य.
7. उनियाणा से किरमोडी पौल्दी द्वणी होते हुए कालीशिला 06 किमी० मोटर मार्ग निर्माण.
8. गोण्डार बंडतोती मोरखण्डा नदी पर पुल का निर्माण कार्य किया जाए.
9. चौमासी से खाम रेकाधार से केदारनाथ पैदल ट्रैकिंग मार्ग का अवशेष कार्य.
10. वासवाड़ा मोहनखाल मोटर मार्ग का चौडीकरण व डामरीकरण का कार्य.
11. आपदा ग्रस्त ग्राम सभा किणझाणी का विस्थापन.
12. सांणेश्वर मन्दिर सिल्ला बमड़ गांव (अगस्तमुनि) का सौन्दर्गीकरण का कार्य.
13. पठालीधार (अगस्तमुनि) में खेल मैदान का निर्माण कार्य.
14. अगस्तमुनि रा०स्नात्कोत्तर महाविद्यालय में ऑडिटोरियम का निर्माण कार्य.
केदारनाथ उप चुनाव से पहले केदारनाथ क्षेत्र से जुड़े चंद पत्रकारों यूट्यूबर गायकों को बुलाया गया था सीएम आवास
, पिछले माह 22 सितंबर को भाजपा के कुछ शीर्ष कर्ता – धर्ताओ की सलाह पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जनपद रुद्रप्रयाग के कुछ सोशल मीडिया पत्रकारों, यूटयूबरो व गायकों को अपने आवास पर बुलाकर केदारनाथ विधानसभा के अन्तर्गत फैली समस्याओं से रुबरु होने का प्रयास तो किया गया मगर केदारनाथ विधानसभा के अन्तर्गत कुछ सोशल मीडिया पत्रकारों के साथ प्रिन्ट व इलैक्ट्रिक पत्रकारों की उपेक्षा का सामना भाजपा को आगामी उप चुनाव में करना पड़ सकता है। आगामी उप चुनाव की बात करे तो भाजपा के संभावित प्रत्याशीयों में चार नाम चर्चाओं में हैं सबसे पहला नाम पूर्व विधायक भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, पूर्व में निर्दलीय चुनाव लड़ चुके कुलदीप रावत,तीसरा प्रमुख नाम है दिवंगत विधायक शैलारानी रावत की बेटी ऐश्वर्या रावत का ये तीनों प्रत्याशी लगातार केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क बनाए हुए हैं और लगातार हर छोटे बड़े कार्यक्रमों में प्रतिभाग कर रहे हैं। लेकिन अब देखना होगा भाजपा किसको अपना उम्मीदवार बनाती है। इससे पहले जितने भी उप चुनाव हुए और भाजपा विधायक दिवंगत हुए तो भाजपा ने दिवंगत विधायकों के परिजनों को टिकट दिया यदि भाजपा ऐसा करती है तो ऐश्वर्या रावत को लगभग टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है क्योंकि भाजपा को एक सैंपिथी मिल जायेगी और भाजपा के लिए सीट आसान होगी लेकिन अब भाजपा के लिए कुलदीप रावत गरम दूध बन चुकें है।
कुलदीप रावत दो बार निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं और दोनों बार कुलदीप रावत को उम्मीद से अधिक वोट मिले 2017में कुलदीप रावत को 13037 वोट मिले और 2022 में 13922 मिले थे ऐसे में भाजपा कुलदीप रावत को प्रत्याशी बनाती तो भाजपा की जीत और आसान हो सकती लेकिन सवाल ये है कि पुराने भाजपा कार्यकर्ता क्या कुलदीप रावत को स्वीकार करेंगे।जबकि जनाधार की बात करें तो सभी प्रत्याशियों में कुलदीप रावत का केदारनाथ क्षेत्र में भारी भरकम जनाधार है तथा कुलदीप रावत के समर्थकों द्वारा नारायण कोटी, चोपता, चन्द्रापुरी व ऊखीमठ में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में उमडे़ जन सैलाब ने एक बार फिर भाजपा को सोचने पर विवश कर दिया। भाजपा सूत्रों की माने तो प्रत्याशी चयन में खींच-तान निरन्तर जारी है तथा सम्भावित प्रत्याशियों ने अपना चुनावी बिगुल बजा दिया है मगर आगामी उप चुनाव में भाजपा के अन्तर भी गुटबाजी होने की सम्भावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस पार्टी से पूर्व विधायक मनोज रावत, जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण, शीशपाल सिंह बिष्ट,प्रदेश सचिव शशि सेमवाल सहित नौ लोगों ने अपनी दावेदारी की है। वहीं केदारनाथ उपचुनाव की तैयारी को लेकर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक कुछ दिनों पूर्व नई दिल्ली में आयोजित की गई। यह बैठक उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा की अध्यक्षता में हुई, जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा, CWC सदस्य गुरदीप सिंह सप्पल, प्रदेश सहप्रभारी प्रगट सिंह, पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य तथा पर्यवेक्षकों के रूप में पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, उपनेता प्रतिपक्ष भवन कापड़ी, विधायक वीरेंद्र जाति और लखपत बुटोला उपस्थित थे।इस दौरान केदारनाथ विधानसभा में नियुक्त किए गए चारों पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिस पर गहन विचार विमर्श किया गया। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी अपने विचार और सुझाव साझा किए,
शैलारानी रावत के दत्तक पुत्र जयदीप ने टिकट से पहले की प्रेस कांफ्रेंस सवालों के घेरे में
वहीं ठीक टिकट से पहले जयदीप सिंह वर्तवाल ने रुद्रप्रयाग में प्रेस कांफ्रेंस कर जो प्रेस कांफ्रेंस की और जो उन्होंने उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात कही वह सब सवालों के घेरे में है,उनकी प्रेस कांफ्रेंस से यह प्रतित होता है कि जब ऐश्वर्या भी टिकट मांग रही है और ऐश्वर्या भी टिकट मांग रही है हम दोनों को टिकट ना देकर किसी तीसरे उम्मीदवार को टिकट दे दिया। लेकिन केदारनाथ चुनाव में जिस तरह से भाजपा कांग्रेस में जमकर अंतर कलह है उससे पता चलता है चुनाव जीतना दोनों में से किसी एक को भी आसान नहीं है। चौमासी – खाम – केदारनाथ पैदल ट्रैक को विकसित करने के लिए शासनादेश जारी न होने से कालीमठ घाटी के जनमानस व जनप्रतिनिधि पहले ही चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दे चुके हैं तथा प्रशासन द्वारा जनप्रतिनिधियों से लगातार वार्ता करने के प्रयास किये जाने के बाद भी कालीमठ घाटी के ग्रामीणों का ऐलान जारी रहता है तो कालीमठ घाटी के जनमानस के चुनाव बहिष्कार का खामियाजा भाजपा कांग्रेस को भुगतना पड़ सकता है।