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हौसले और मेहनत से मिला मुकाम: ले. नैनवाल

सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में ले. ज्योति नैनवाल का सम्मान समारोह आयोजित

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दस साल की बेटी लावण्या बोली, वह भी बनेगी सेना की डाक्टर

देहरादून। शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी और हाल में सैन्य अफसर बनी ले. ज्योति नैनवाल ने कहा कि दृढ़ निश्चय, हौसले और मेहनत से लक्ष्य हासिल होता है। उन्होंने कहा कि जीवन में कैसी भी परिस्थितियां हो, यदि कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो फिर मंजिल तक पहुंचना मुश्किल नहीं होता।

ले. ज्योति नैनवाल आज सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में बतौर मुख्य अतिथि छात्रों को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने छात्रों को प्रेरणादायक टिप्स भी दिये। उनके अनुसार वह एक साधारण गृहणी थी लेकिन हालात के आगे नहीं झुकी और ठान लिया था कि सेना में अफसर बनना है। खूब मेहनत की। परिवार ने साथ दिया और आज वह एक सैन्य अफसर के तौर पर भारतीय सेना का अंग बन गयी हैं। इस मौके पर लेफ्टिनेंट ज्योति नैनवाल को स्कूल के एमडी विपिन बलूनी द्वारा सम्मानित किया गया। एमडी विपिन बलूनी ने कहा कि ले. ज्योति नैनवाल ने देश के सामने एक आदर्श रखा है। ले. ज्योति ने देश की बेटी होने का फर्ज अदा किया। उत्तराखंड सैन्य बहुल प्रदेश है और ले. ज्योति हमारे पहाड़ की बेटियों के लिए प्रेरणा बन गयी हैं।

गौरतलब है कि ले. ज्योति नैनवाल के पति नायक दीपक नैनवाल वर्ष 2018 में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गये थे। ज्योति नैनवाल ने तब तय किया था कि वह सेना में शामिल होंगी। ज्योति नैनवाल की बेटी लावण्या एसबीपीएस में चौथी कक्षा में पढ़ रही है। इस मौके पर लावण्या ने कहा कि मां से उसे भी प्रेरणा मिलती है। और वह भी बड़े होकर सेना में डाक्टर बनेगी। इस मौके पर शहीद दीपक के माता-पिता, स्कूल के प्रधानाचार्य पंकज नौटियाल, प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चमोली व समस्त स्टाफ भी मौजूद था।

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