जखोली। राइंका रामाश्रम में प्रधानाचार्य रहे बच्चवाड़ निवासी क्षेत्र के प्रसिद्ध शिक्षाविद् एवं साहित्य के प्रखर विद्वान स्वर्गीय दर्शन सिंह रावत के आकस्मिक निधन पर विकासखण्ड जखोली सभागार में पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंकुर रौथाण की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रद्वाजंलि सभा के आयोजक नागेन्द्र इंका बजीरा के प्रधानाचार्य शिवसिंह रावत,कार्यक्रम संचालक गिरीश बडोनी,बीईओ जखोली सीएल वर्मा,पूर्व प्रबन्धक एलपी भट्ट,पूर्व प्रधानाचार्य डीएस चौहान,पूर्व प्रधानाचार्य जोतसिंह बिष्ट,प्रधानाचार्य डीएस राणा,प्रधानाचार्य एसपी थपलियाल,पवक्ता बीरेन्द्र सिंह राणा,प्रधानाचार्य विजय रावत,बीडीओ जखोली रोशन लाल,डा.गीता नौटियाल,कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष सुरेन्द्र सकलानी,शिक्षिका सुशीला मेवाड़,पुर्व जिपंस बीरेन्द्र बुटोला,धनराज बंगारी,शिक्षक गोपाल रावत,सत्यप्रसाद भट्ट,दिगपाल नेगी,प्रधानाचार्य आनन्द राणा,शिक्षक महावीर चौहान,प्रधान जखोली लखपति देवी,पूर्व प्रधान विजेन्द्र मेवाड़,हयात सिंह राणा,प्रधानाचार्य विनोद मिंया,प्रभुदयाल भण्डारी,दूर्गा रावत,धूम सिंह रावत,प्रताप नेगी,बीरेन्द्र नेगी,हयात सिंह राणा,प्रधानाचार्य बीरेन्द्र पंवार,लखपत गुसांई,युवा धनपाल नेगी सहित क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस मौके पर वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया । प्रधानाचार्य शिवसिंह रावत,एलपी भट्ट,गोपाल रावत ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्वर्गीय दर्शनसिंह रावत शिक्षा के साथ साथ सामाजिक क्षेत्र के लिए सदैव समर्पित रहे। उन्होंने स्वर्गीय डीएस रावत के नाम पर छात्रवृत्ति देने के साथ ही जीआईसी रामाश्रम का नाम स्वर्गीय डीएस रावत के नाम रखने का प्रस्ताव सदन में रखा,जिस पर सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने अपनी सहमति व्यक्त की है।